अच्छे स्वास्थ्य के लिए हंसना और खुश रहना बेहद जरूरी है. हंसते खिलखिलाते रहने से मानसिक तनाव दूर होता है. साथ ही मूड भी फ्रेश रहता है. तो चलिए शुरू करते हैं हंसने हंसाने का सिलसिला..
पिता– तू फेल कैसे हो गया?
बेटा– पेपर में सवाल ही ऐसे-ऐसे आए थे, जो मुझे पता नहीं थे.
पिता– फिर तूने उत्तर कैसे लिखे ?
बेटा– मैंने भी उत्तर ऐसे-ऐसे लिखे, जो मास्टर को भी पता नहीं थे.
पिता- मैं चाहता हूं कि तुम बड़े होकर वकील बनो.
बेटा- ऐसा क्यों?
पिता- ताकि मेरा काला कोट तुम्हारे काम आ जाए...!!!
टीचर ने एक छोटे बच्चे से सवाल किया- बिल्ली पूंछ क्यों हिलाती है?
बच्चे ने बड़ी ही मासूमियत से जवाब दिया- क्योंकि पूंछ बिल्ली की है.
मम्मी मैं आज रात को सू-सू करने गया तो पता है क्या हुआ?
मम्मी- नहीं तो! क्या हुआ?
बच्चा- मैंने जैसे ही बाथरूम का दरवाजा खोला ना तो लाइट अपने आप चालू हो गई और ठंडी-ठंडी हवा आने लगी.
उसकी बात सुनकर मम्मी गुस्से में बोली- तू आज फिर “फ्रिज” में मूत आया.
टीचर- क्लास में लड़ाई क्यों नहीं करनी चाहिए..?
रोहित- क्योंकि पता नहीं एग्जाम में कब किसके पीछे बैठना पड़ जाए.
सुहागरात को पति अपनी बीवी की गोद में लेटा था...
पति- अगर मैं मर गया तो?
मिंकी- ऐसा मत कहो जानू.
पति-अगर मैं मर गया तो क्या तुम तुरंत शादी करोगी?
मिंकी- नहीं तुरंत नहीं, 2 -3 महीने तो रुकना पड़ेगा नहीं तो लोग क्या कहेंगे??
बेचारा पति अभी भी सदमे में है !!!
शादी के मंडप पर दूल्हा रोमांटिक अंदाज में दूल्हन से बोला- मे आई किस यू डार्लिंग?
तो दुल्हन शर्माते हुए बोली- हमने तो कभी गैरों को भी मना नहीं किया..आप तो फिर भी अपने हो...!!!
जेलर - सुना है तुम शायर हो...कुछ सुनाओ फिर.
कैदी - गम-ए-उल्फत में जो कट रही जिंदगी हमारी, जिस दिन जमानत हुई जिंदगी खत्म तुम्हारी.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)