चुट्कुले हमारी जिंदगी में जिंदादिली और गर्माहट घोलते हैं. इससे न सिर्फ आस-पास की फिजा खुशनुमा बनती है, बल्कि हम बेहतर मानसिक, शारीरिक, सामाजिक जीवन जीने में भी सक्षम होते हैं. आइए पढ़ते हैं सबसे मजेदार चुटकुले.
आधार कार्ड का ऑफिस बंद था,
कार्ड बनवाने के लिए लम्बी लाइन लगी हुई थी,
एक आदमी बार-बार लाइन में आगे जाने की कोशिश कर रहा था,
लोग उसे पीछे पकड़ कर खीच देते थे,
उसने 4-5 बार कोशिश की,
फिर हारकर उसने बोला,
लगे रहो लाइन में, आज ऑफिस ही नहीं खोलूंगा.
मौंटी- यार कल रात घर देर से पहुंचा, बेल बजाई पर बीवी ने दरवाजा खोला ही नहीं!
पूरी रात सड़क पर गुजारी
शौंटी- फिर सुबह बीवी की खबर ली की नहीं?
मौंटी- नहीं यार, सुबह दारू उतरी तो याद आया, अभी तो मेरी शादी ही नहीं हुई है,
और चाबी तो जेब में थी!!
गर्लफ्रेंड- मैं अपना पर्स घर पर भूल आई, मुझे 1000 रुपये की जरूरत है.
बॉयफ्रेंड- कर दी न छोटी बात, पगली यह ले 10 रुपये.
अभी रिक्शा करके घर जा और पर्स ले आ.
गर्लफ्रेंड बेहोश
मास्टर जी- इस मुहावरे का अर्थ बताओ सांप की दुम पर पैर रखना.
स्टूडेंट- पत्नी को मायके जाने से रोकना.
अब मास्टर जी ये नहीं समझ पा रहे थे कि इस बच्चे को बाहर निकालूं या क्लास का मॉनिटर बनाऊं.
डॉक्टर ने मरीज को रोजाना 10 किलोमीटर चलने को कहा...
सालभर बाद मरीज ने डॉक्टर को फोन किया.
मरीज- सर रोज 10 किलोमीटर चलकर अमेरिका पहुंच गया हूं,
यहीं रुक जाऊं या आगे रूस निकल जाऊं...
लड़की - मेरे होंठ कितने खराब हैं.
डॉक्टर - प्लास्टिक सर्जरी करा लो.
लड़की - कितने पैसे लगेंगे?
डॉक्टर - छह लाख रुपए.
लड़की - अगर प्लास्टिक मैं खुद लगा दूं तो?
भिखारी- कुछ खाना दे दो...
आंटी- अभी खाना बना नहीं है.
भिखारी: ठीक है जब बन जाए तो मुझे फोन कर देना ये लो मेरा नंबर...
आंटी बेहोश
एक 88 साल के बुजुर्ग को फोन आया!
सर हम बैंक से बोल रहे हैं, म्युचुअल फंड ले लो,
सात साल में भाव डबल हो जाएंगे!
बुजुर्ग ने जवाब दिया - बेटा, मैं उम्र के उस मोड़ पर हूं कि केले भी कच्चे नहीं खरीदता!
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)