Chutkule in Hindi: जिस तरह अच्छी हवा, अच्छा खानपान किसी भी इंसान के सेहतमंद रहने के लिए जरूरी होता है, उसी प्रकार हंसी भी आपको स्वास्थ्य रखने में अहम भूमिका निभाती है. अगर आप सुबह-शाम हंसने की आदत डाल लें तो मानसिक तनाव दूर रहेगा. इसीलिए हम आपके लिए कुछ ऐसे मजेदार चुटकुले लेकर आए हैं, जिन्हें पढ़ने के बाद आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएंगे...
सोनू एक बैंक में गया और बोला...मुझे एक ज्वाइंट अकाउंट खुलवाना है...!
बैंक मैनेजर - किसके साथ...?
सोनू - जिसके अकाउंट में खूब सारा पैसा हो...
बैंक मैनेजर (गार्ड से) - धक्के मारकर बाहर निकालो इसको...!
बच्चा पुरानी एल्बम देखते हुए बोला- मम्मी ये फोटो में तुम्हारे साथ कौन है?
मम्मी - ये तेरे पापा हैं.
बच्चा - तो हम इस गंजे के साथ क्यों रहते हैं?
बच्चे का जवाब सुनकर मम्मी बेहोश हो गई.
डॉक्टर- जब तुम तनाव में होते हो क्या करते हो?
गोलू- जी, मंदिर चला जाता हूं...
डॉक्टर- बहुत बढ़िया, ध्यान-व्यान लगाते हो वहां?
गोलू- जी नहीं, लोगों के जूते चप्पल मिक्स कर देता हूं, फिर उन लोगों को देखता रहता हूं...
उनको तनाव में देखकर मेरा तनाव दूर हो जाता है.
मास्टर जी- 'संगठन में ही शक्ति है' का एक अच्छा सा उदाहरण दो...!
छात्र- जेब में एक बीड़ी हो तो टूट जाती है और पूरा बंडल हो तो नहीं टूटता...!
बेचारे मास्टर जी अब तक बेहोश हैं...!
एक पार्क में जलता हुआ पटाखा देखकर सोनू ने मोनू से कहा...
सोनू- चल दोस्त, इसे पुलिस के हवाले कर देते हैं।
मोनू- लेकिन यार इनमें से अगर कोई बीच में ही फट गया तब क्या करेंगे?
सोनू- तो हम सच नहीं बोलेंगे....कह देंगे कि एक ही पटाखा मिला था
जब कोई सुबह-सुबह आवाज लगाने से भी न उठे तो
उसको उठाने का एक नया तरीका लाया गया है...!
उसके कान में जाकर धीरे से कह दो
तेरे पापा तेरा मोबाइल चेक कर रहे हैं...!
एक बच्चे ने दूसरे बच्चे से पूछा- क्या तुम चीनी भाषा पढ़ सकते हो...?
दूसरे बच्चे ने कहा- हां...!
पहला बच्चा- कैसे...?
दूसरा बच्चा- अगर वो हिंदी या अंग्रेजी में लिखी हो तो...!
करवा चौथ के अवसर पर दुकान की एक महिला ने सभी चूड़ियां देखी ली...
महिला: सामने वाले डिब्बे में क्या है?
दुकानदार: बहन, रहम कर थोड़ा, उसमें मेरा लंच है.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य बिल्कुल नहीं है).