जिस तरह अच्छी हवा, अच्छा खानपान किसी भी इंसान के सेहतमंद रहने के लिए जरूरी होता है, उसी प्रकार हंसी भी आपको स्वास्थ्य रखने में अहम भूमिका निभाती है. अगर आप सुबह-शाम हंसने की आदत डाल लें तो मानसिक तनाव दूर रहेगा. इसीलिए हम आपके लिए कुछ ऐसे मजेदार चुटकुले लेकर आए हैं, जिन्हें पढ़ने के बाद आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएंगे...
भिखारी- बाबूजी आप मुझे 150 रुपये
देकर मेरी मदद कीजिए। मैं अपने परिवार
से बिछुड़ गया हूं.
सोनू - पहले बताओ तुम्हारा परिवार कहां है?
भिखारी- मल्टीप्लेक्स में फिल्म देख रहा है.
एक आदमी ने कंडक्टर से पूछा - आप कितने घंटे बस में रहते हो?
कंडक्टर - जी 24 घंटे.
आदमी - वो कैसे?
कंडक्टर- देखिए, 8 घंटे तो सिटी बस में रहता हूं और
बाकी के 16 घंटे बीवी के बस में रहता हूं.
दिवाली के मौके पर गांव की एक लड़की घर से भाग गई
और फिर दो दिनों के बाद लौट कर आ गई
पिता ने गुस्से में पूछा- अब क्या लेने आई हो?
लड़की- अपने हिस्से की मिठाई खाने.
पत्नी से तलाक लेने के लिए सोनू पहुंचा कोर्ट
जज- तुम्हे तलाक़ क्यों चाहिए?
सोनू - जज साहब, मेरी पत्नी मुझ से
लहसुन छिलवाती है, प्याज़ कटवाती है और बर्तन मंजवाती है।
जज: इसमें दिक्कत क्या है? लहसुन को
थोड़ा गर्म कर लिया करो आसानी से छील जाएंगे, प्याज को काटने से पहले फ्रिज में
रखा दिया करो, काटने के समय आंखें नहीं जलेगी। बर्तन मांजने से 10 मिनिट पहले भरे टब में
डाल दिया करो आसानी से साफ हो जाएंगे।
सोनू - समझ गया हजूर। अर्जी वापस ही दे दो मेरी
जज- क्या समझे? ..
सोनू - यही की, आपकी हालत
मुझसे भी ज्यादा खराब है.
टीचर- तुमने कभी कोई
नेक काम किया है?
राजू - हां सर
एक बुजुर्ग धीरे धीरे अपने घर जा रहे थे.. मैंने कुत्ता पीछे लगा दिया जल्दी पहुंच गए
एक बार राम का सिर फट गया…
डॉक्टर- ये कैसे हुआ?
राम- मैं ईंट से पत्थर तोड़ रहा था।
डॉक्टर- तो ?
राम - एक आदमी ने मुझसे कहा- कभी खोपड़ी का इस्तेमाल भी कर लिया कर.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य बिल्कुल नहीं है).