हंसने-मुस्कुराने से आस-पास का माहौल और आपका मूड अच्छा रहता है. आजकल के बिजी शेड्यूल में लोग मुस्कुराना भी भूल जाते हैं इसलिए आपको गुदगुदाने के लिए हम लेकर आए हैं मजेदार वायरल चुटकुले. इन्हें पढ़कर आप कंट्रोल नहीं कर पाएंगे हंसी.
> पति ने पत्नी को मैसेज किया- आज रात डिनर पर मेरे साथ कुछ दोस्त आ रहे हैं, अच्छा सा खाना बनाना.
पत्नी का कोई जवाब नहीं आया.
फिर पति ने दूसरा मैसेज किया- मेरी सैलरी ज्यादा हो गई है, अगले महीने तुम्हें सोने की अंगूठी लाकर दूंगा.
पत्नी ने रिप्लाई किया- ओ माय गॉड, सच्ची.....
पति- नहीं, वो तो मैं चेक कर रहा था कि मेरा पहला मैसेज मिला या नहीं,
वरना तुम बोलोगी मुझे तो मैसेज मिला ही नहीं.
> मोटू- क्या हुआ राज तुम उदास क्यों बैठे हो?
पतलू- भाई अब क्या बताऊं, आपकी भाभी ने नाक कटवा दी.
मोटू- वो कैसे?
पतलू- हम दोनों टॉयलेट फिल्म देखने गए थे, ट्रैफिक के कराण थोड़ा लेट हो गए
मोटू- इसमें क्या नाक कटवा दी ?
पतलू- तेरी भाभी सारे मोहल्ले में कहती फिर रही है कि मैं और पतिदेव टॉयलेट गये थे, लेट हो गए तो थोड़ी सी निकल गई.
अब में किस-किस को समझाऊं.
> बच्चा - पापा हमारे नए पड़ोसी बहुत गरीब हैं.
पापा - तुम्हें कैसे पता ?
बच्चा - उनके बेटे ने एक रुपये का सिक्का निगल लिया है,
उसकी मां का रो-रो कर बुरा हाल है.
> गर्लफ्रेंड ने एंबुलेंस बुलाने के लिए कॉल किया...
ऑपरेटर- आपको क्या समस्या है?
गर्लफ्रेंड- मेरे पैर की ऊंगली टेबल से टकरा गई है.
ऑपरेटर- और इसके लिए आप एंबुलेंस बुलाना चाहती हैं?
गर्लफ्रेंड- नहीं, एंबुलेंस तो मेरे बॉयफ्रेंड के लिए है, उसे हंसना नहीं चाहिए था.
> पत्नी- तुम मुझे सोते हुए गाली दे रहे थे.
पति- नहीं तुम्हें कोई गलतफहमी हुई है.
पत्नी- क्या गलतफहमी?
पति- यही, ''कि मैं सो रहा था''...
तब से पति की नींद गायब है.
> पत्नी का शक दूर करने के लिए पति ने पूजा पाठ शुरू कर दी
गीता, रामायण भी पढ़ने लगा, गरीबों की मदद करने लगा, सारे गलत काम छोड़ दिए
फिर भी पत्नी फोन पर सहेली से बोली- देख अब ये स्वर्ग की अप्सराओं के चक्कर में है.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)