हंसना शरीर के लिए एक थेरेपी के समान है, जो व्यक्ति को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाती है. अगर आप सुबह-शाम हंसने की आदत डाल लें तो मानसिक तनाव आपसे दूर रहेगा. इसीलिए हम आपके लिए कुछ ऐसे मजेदार चुटकुले लेकर आए हैं, जिन्हें पढ़ने के बाद आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएंगे. तो चलिए शुरू करते हैं हंसने-हंसाने का ये सिलसिला...
> एक औरत (दूसरी औरत से) - मेरे पास गाड़ी है, बंगला है, बैंक बैलेंस है, तेरे पास क्या है?
दूसरी औरत (बड़े ही शांत स्वर में) - मेरे पास 20 साल पहले शादी में सिलवाया हुआ सूट है, जो अभी तक मुझे फिट आता है.
> शादी की 10वीं सालगिरह पर पत्नी पति के सीने से लग के बोली -
सुनिए जी, अगर मुझे कोई भगाकर ले जाए तो आप क्या करेंगे?
पति - हट पगली, कैसे सवाल पूछती है?
पत्नी - बताओ ना जानू.
पति - मैं बोलूंगा भाई भगा के क्यों ले जा रहे हो, आराम से ले जाओ,
मैं रोक थोड़ी रहा हूं.
फिर पति देव की हुई जोरदार कुटाई.
> मास्टर जी- बताओ कौन सी ऐसी चीज है, जो खींचने से छोटी होती है?
मिंकू- सर बीड़ी.
मास्टर जी- नशेड़ी की औलाद,
तू निकल मेरी क्लास से बाहर.
> लड़की- कितना प्यार करते हो मुझसे?
प्रेमी- शाहजहां जैसा,
लड़की- तो ताजमहल बनवाओ,
प्रेमी- जमीन खरीद ली है, बस तुम्हारे मरने का इंतज़ार कर रहा.
> मौंटी - क्या हुआ क्यों उदास बैठे हो?
मोहन - कल एक न्यूज चैनल के एंकर ने कहा था.
आइए हम आपको गोवा लेकर चलते हैं.
तभी से तैयार बैठा हूं, कोई आया ही नहीं.
> पति- तुम कह रही थीं ना जमीन खरीद लेते हैं.
पत्नी- हां
पति- मैंने चांद पर जमीन खरीद ली है.
पत्नी- चांद पर क्यों?
पति- वहां Whatsapp नहीं चलता.
> टीचर- बहुवचन किसे कहते है?
टिल्लू- जब बहू अपने ससुराल वालों को खरी-खोटी सुनाती है, तो उसे बहुवचन कहते हैं
अध्यापक जी बेहोश होते होते बचे!
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)