> लड़की वाले शादी के लिए देखने आ रहे थे.
पापा - बेटा लड़की वाले आ रहे हैं,
उनके सामने थोड़ी लंबी-लंबी फेंकना.
लड़की वालों के आते ही बेटा बोला - पापा जरा चाबी देना,
वो प्लेन धूप में खड़ा कर दिया है, अंदर कर देता हूं.
> पत्नी - चलो आज एक गेम खेलते हैं.
पति- ठीक है
पत्नी- जब मैं कलर का नाम लूं, तो तुम बाईं दीवार को हाथ लगाना और फल का नाम लूं,
तो दाहिनी दीवार को हाथ लगाना.
पति- अगर मैं जीत गया तो?
पत्नी- जो हारेगा वो जीतने वाले की हर बात मानेगा और वो भी जिंदगी भर.
पति (खुश होते हुए) - ये गेम तो मैं ही जीतूंगा, चलो खेलते हैं.
पत्नी- ठीक है तो शुरू करते हैं, 'ऑरेंज'.
अब पति बेचारा तीन दिन से सोच में पड़ा हुआ है कि पत्नी कलर बोली या फल.
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> एक युग था जब लोग अपने घर के दरवाजे पर लिखते थे – अतिथि देवो भव,
फिर लिखा- शुभ लाभ,
फिर लिखा- यू आर वेलकम,
और अब- कुत्तों से सावधान.
> रमेश- हैलो जान कैसी हो, "I Miss you so much"
महिला- तू चिंटू बोल रहा है ना?
रमेश - अरे वाह, मेरी आवाज़ से ही पहचान लिया.
महिला- तेरे पापा का नाम हीरालाल ही है ना.
रमेश - चौंककर हां, बिल्कुल सही.
महिला- और तेरे दादा का नाम बनवारीलाल है?
रमेश - अरे लगता है तू मेरी दीवानी हो गयी है, मेरी पूरी डिटेल रखने लगी है तू.
महिला- अबे गधे मैं तेरी मां बोल रही हूं,
रमेश - मजाक क्यों कर रही हो पम्मी
उधर से आवाज आती है अरे बेवकूफ पम्मी की जगह गलती से मम्मी का नंबर लगा दिया है. तू घर आ फिर बताती हूं तुझे.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)