Latest Viral Jokes in Hindi: हमें हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि हमारी वजह से किसी के चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाए. चाहे वह हमारे कामों से हो या जोक्स सुनाकर. इससे सामने वाले को हमारी ज़िंदादिली का एहसास होता है और आपको हंसता मुस्कुराता देख सामने वाले का भी दिन बन जाता है. हम आपके लिए लाये हैं कुछ मज़ेदार चुटकुले जिन्हें पढ़कर आप भी हंसिये और दूसरों को भी हंसाइए ...
> पत्नी : जरा किचन से आलू लेते
आना.
पति : यहां तो कहीं आलू दिख
नहीं रहे हैं.
पत्नी: तुम तो हो ही अंधे,
कामचोर हो, एक काम ढंग से
नहीं कर सकते,
मुझे पता था कि तुम्हें नहीं
मिलेंगे, इसलिए मैं पहले ही ले
आई थी!
अब आदमी की कोई गलती हो
तो बताओ…
> Husband और Wife में बातचीत बंद थी
सुबह Husband को जल्दी जाना था. उसने
रात को पेपर पर लिखा
“मुझे सुबह 5 बजे उठा देना. अर्जेंट काम
है..!!!”
और पेपर वाइफ के तकिये के पास रख
दिया.
सुबह 8 बजे जब उठा तो देखा उसके ऊपर
बहुत सारे पेपर पड़े थे और सब पर लिखा
था,
“उठ जाओ 5 बज गए”,
“Please उठ जाओ, वरना लेट हो
जाओगे”
मोरल- पत्नी से पंगा नही लेना चाहिए…
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> एक बूढा बस में सीट पर अकेला बैठा था.
तभी एक बुढ़िया आई और उसके बगल में
बैठ गयी!
कुछ देर बाद बुढ़िया बूढ़े से
बोली – अंकल जी कहां जा रहे हो.
तो बुढा चुप बैठा रहा.
बुढ़िया फिर बोली- अंकल जी
कहा जा रहे हो??
अब बूढ़े से चुप नही रहा गया
और बोला- बेटी तू बहुत सुन्दर है, जवान है,
तेरे खातिर लड़का देखने जा रहा हूं.
> पिता बेटे पर गुस्सा करते हुए – एक काम
ढंग से नहीं होता तुझसे, तुम्हें पुदीना लाने
के लिए कहा था और तुम ये धनिया ले आए,
तुझ जैसे बेवकूफ को तो घर से निकाल देना
चाहिए
बेटा: पापा चलो साथ ही चलते है.
पिता : क्यों?
बेटा: मम्मी कह रही थी कि ये मेथी है
> गप्पू अपने ससुराल में गुरुजी का
प्रवचन सुनने गया!
गुरुजी बोले, “जो-जो स्वर्ग जाना चाहता
है, वह अपना हाथ ऊपर करें!
गप्पू की बीवी और सास ने हाथ
ऊपर उठाया !
गुरुजी ने गप्पू जी से पूछा, ‘क्या तुम
स्वर्ग नहीं जाना चाहते?”
गप्पू- गुरुजी, यह दोनों चली जायेंगी तो
यहीं पर स्वर्ग हो जायेगा.
गुरुजी अपने चेलों से बोले- इस ज्ञानी
पुरुष को अपनी टीम में शामिल करो.
(डिस्क्लेमर: इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा... गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उस पर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य बिल्कुल भी नहीं है)