Majedar Chutkule: आजकल लोग काम में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि हंसना ही भूल जाते हैं, लेकिन हंसना सेहत के लिए और मन के लिए बहुत ही लाभदायक है. इसीलिए आज सारी परेशानियों को भूल जाइए और कमर कस के तैयार हो जाइए जोरदार हंसी हंसने के लिए.
> रमेश- बचपन में मां की बात सुनी होती तो आज ये दिन न देखने पड़ते.
सुरेश- क्या कहती थीं तेरी मां?
रमेश - जब बात ही नहीं सुनी तो मुझे क्या पता, क्या कहती थीं.
> पत्नी- सुनो, मेरा भी फेसबुक पर अकाउंट बना दो.
पति- तुम्हें फेसबुक चलानी आती है ?
पत्नी- आप चलना मैं पीछे बैठ जाउंगी.
> बबलू- अरे यार, मैं जो भी काम शुरू करता हूं
मेरी पत्नी हर बार बीच में आ जाती है.
चकलू- तू ट्रक चला कर देख, शायद किस्मत साथ दे दे.
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> टीटू खुदकुशी पर भाषण दे रहा था .
जज़्बाती हो कर कहने लगा
खुदकुशी हराम है, गुनाह है
इससे बेहतर है कि इंसान अपने आप को गोली मार दे.
> शौंटी ट्रेन की टॉयलेट से वापस आया,
पत्नी- आप का पायजामा गीला क्यों है ?
शौंटी- टॉयलेट में लिखा है,
जिस्म का कोई भी हिस्सा बहार ना निकालें.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा... ... गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य बिलकुल भी नहीं है.)