> ठाकुर साहेब रोज बार में जाते और तीन गिलास बियर मंगवाते
वो तीनों गिलास से एक-एक सिप पीते खत्म होने तक.
एक दिन वेटर से रहा नहीं गया. उसने पूछा कि हुकुम आप तीन गिलास क्यों मंगवाते है ? आप एक गिलास से भी पी सकते हो ?
ठाकुर साहेब उदास होते हुए बोले कि हम तीन बचपन के दोस्त हैं, पर बहुत दूर दूर रहते है. इसलिए दो गिलास उनके और एक मेरे लिए मंगवाता हूं.
ऐसा लगता है कि वो मेरे पास हैं और हम साथ में पी रहे हैं.
एक दिन अचानक एक दिन ठाकुर साहेब ने केवल दो गिलास बियर मंगवाई
वो बहुत उदास नजर आ रहा थे.
केवल दो गिलास में से सिप करके पी रहा थे.
वेटर ने सोचा कि शायद इसका एक दोस्त निपट गया.
वेटर उसको सांत्वना देने के लिए उसके पास पंहुचा .
वेटर ने पूछा कि हुकुम आपके एक दोस्त को क्या हुआ ?
आज केवल दो गिलास ही क्यों मंगवाए.
ठाकुर साहेब ने बड़ी मायूसी से जवाब दिया कि मेरे दोनों दोस्त बिलकुल ठीक-ठाक हैं
पर मैं गुरुवार में नहीं पीता.
> भिखारी- कुछ खाना दे दो...
आंटी- अभी खाना बना नहीं है.
भिखारी- ठीक है जब बन जाए तो मुझे फोन कर देना ये लो मेरा नंबर...
आंटी बेहोश
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> डॉक्टर ने मरीज को रोजाना 10 किलोमीटर चलने को कहा...
सालभर बाद मरीज ने डॉक्टर को फोन किया.
मरीज- सर रोज 10 किलोमीटर चलकर अमेरिका पहुंच गया हूं,
यहीं रुक जाऊं या आगे रूस निकल जाऊं...
> लड़की- मेरे होंठ कितने खराब हैं.
डॉक्टर- प्लास्टिक सर्जरी करा लो.
लड़की- कितने पैसे लगेंगे?
डॉक्टर- छह लाख रुपए.
लड़की- अगर प्लास्टिक मैं खुद ला दूं तो?
डॉक्टर- फेविकॉल भी लेती आना फ्री में चिपका दूंगा.
> मास्टर जी- आज तुमने लेट आने का क्या बहाना ढूंढा?
स्टूडेंट - मैडम आज मैं इतना तेज दौड़कर आया कि बहाना सोचने का मौका ही नहीं मिला.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं.)