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Funny Jokes: बच्चों ने गुरुजी को बताया चेन्नई शहर के नाम का असली मतलब, हंसते-हंसते हो जाएंगे लोटपोट!

Viral Jokes in Hindi: लाइफ की हर परिस्थिति में हंसते-हंसाते रहना चाहिए. क्योंकि हर कदम पर खुश रहना बेहद जरूरी है. तो आइये शुरू करते हैं हंसने-हंसाने का सिलसिला...

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Funny Jokes: बच्चों ने गुरुजी को बताया चेन्नई शहर के नाम का असली मतलब, हंसते-हंसते हो जाएंगे लोट-पोट
Funny Jokes: बच्चों ने गुरुजी को बताया चेन्नई शहर के नाम का असली मतलब, हंसते-हंसते हो जाएंगे लोट-पोट

Hindi Jokes:  ज्यादा चिंता करने से आपकी खुशी बर्बाद हो सकती है और इससे आप बीमार भी पड़ सकते हैं. हंसने-हंसाने और मुस्कुराने से मानसिक तनाव, चिंता और उदासी जैसी परेशानियां धीरे-धीरे कम होने लगती हैं. इसीलिए समय व्यर्थ न करते हुए नीचे दिए गए चुटकुलों को पढ़ें और खुश रहें. 

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> गुरुजी – बच्चो मुझे बताओ कि पहले जिस जगह का नाम मद्रास था, अब उसे किस नाम से जाना जाता है ?
बच्चा – चेन्नई.
गुरुजी -बिल्कुल सही जवाब.
अब मुझे बताओ कि चेन्नई ये नाम क्यो रखा गया ??
बच्चा – सर, वहा के लोग लुंगी पहनते हैं.
और लुंगी को पैंट की तरह चेन नही होती, इसलिए (चेन नहीं) चेन्नई नाम रखा गया.

> बाबा- तुम्हें जीवन में क्या चाहिए ?
युवक- बाबा पैसा.
बाबा- पैसे को साइड में रखो , अब बताओ क्या चाहिए ?
युवक- बाबा साइड में रखे पैसे.

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> अंकल – बेटा क्या करते हो?
शख्स – अंकल मैं ‘बाबू’ हूं
अंकल – वाह, तुम क्लर्क हो ?
शख्स – नहीं अंकल मैं ‘बाबू’ हूं
अंकल – तू है क्या?
शख्स– अरे अंकल, मैं ‘बाबू’ हूं आपकी बेटी का,
आपकी बेटी मुझे हमेशा कहती है – ‘मेरा बाबू’
अंकल बेहोश

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> पिता- अगर तुम इस बार भी फेल हो गए तो मुझे पापा मत कहना....
पिता- तुम्हारा रिजल्ट कैसा रहा चिंटू?
चिंटू- दिमाग खराब मत करो रमेश, तुम पिता होने का हक खो चुके हो. 

> नितिन- यार बताओ I am going का अर्थ क्या होता है?
आशेंद्र- मैं जा रहा हूं.
नितिन- ऐसे कैसे चले जाओगे? यह सवाल मैं 10 लोगों से पूछ चुका हूं. सब कहते हैं कि मैं जा रहा हूं. 
इसका सही जवाब बताकर जाओ जहां जाना है...

(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा... गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य बिल्‍कुल भी नहीं है.)

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