केंद्रीय राज्य मंत्री जॉन बारला के खिलाफ कूचबिहार के तूफानगंज कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. कोर्ट की अवमानना करने पर उनके खिलाफ यह वारंट जारी हुआ है. जानकारी के अनुसार मंत्री जॉन बारला को एक पुराने मामले में कई बार अदालत में पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन वह कोर्ट में पेश नहीं हो रहे थे.
पुलिस के मुताबिक जॉन बारला और चार अन्य के खिलाफ 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान पुलिस की अनुमति के बिना रैली निकालने पर केस दर्ज किया गया था. जॉन बारला को 15 नवंबर को उपस्थित होने के लिए कहा गया था, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए थे.
एक हफ्ते के भीतर बंगाल के नाता रखने वाले दो केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ यह दूसरा गिरफ्तारी वारंट है. इससे पहले अलीपुरद्वार की एक अदालत ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशित प्रमाणिक के खिलाफ यह वारंट जारी किया गया था.
चोरी से जुड़ा है निशित प्रमाणिक का मामला
पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार की एक जिला अदालत ने केंद्रीय मंत्री निशित प्रमाणिक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. अलीपुरद्वार के न्यायिक दंडाधिकारी तृतीय न्यायालय के न्यायाधीश ने यह वारंट जारी किया है. पता चला है कि 2009 में अलीपुरद्वार थाने में सोने की दो दुकानों में चोरी की घटना का मामला दर्ज किया गया था, जिसमें केंद्रीय मंत्री कथित तौर पर शामिल थे.
साल 2009 के इस मामले में आरोपियों में से एक आरोपी निशित प्रमाणिक है. 11 नवंबर को अलीपुरद्वार कोर्ट में हुई पिछली सुनवाई के दिन अन्य आरोपियों के वकील तो मौजूद थे, लेकिन केंद्रीय मंत्री निशित प्रमाणिक का कोई वकील मौजूद नहीं था, जिसके बाद कोर्ट ने उनके खिलाफ एक्शन ले लिया था.
2019 में निशित ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में भाजपा जॉइन की थी. पार्टी ने उसी साल हुए लोकसभा चुनाव में कूचबिहार से निशित पर पहला दांव लगाया. निशित जीत गए और केंद्र सरकार में मंत्री बने. केंद्र सरकार के सबसे युवा मंत्रियों में निशित को गिना जाता है.