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'विशेषज्ञ आयोग करे बालासोर ट्रेन हादसे की जांच', सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर मांग

ओडिशा के बालासोर में हुए हादसे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है. जनहित याचिका दायर कर इस हादसे की जांच विशेषज्ञ आयोग से कराने की मांग की गई है.

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बालासोर हादसे की विशेषज्ञ आयोग से जांच कराने की मांग (फाइल फोटो)
बालासोर हादसे की विशेषज्ञ आयोग से जांच कराने की मांग (फाइल फोटो)

ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे में 288 लोगों की जान चली गई थी. इस दुर्घटना में 900 से अधिक लोग घायल हुए हैं. रेस्क्यू का काम पूरा हो चुका है. ट्रैक को ठीक कर ट्रेन परिचालन शुरू कराने की दिशा में युद्धस्तर पर काम चल रहा है. रेल मंत्रालय ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं. वहीं, कांग्रेस के साथ ही अन्य विपक्षी दल रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.

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इन सबके बीच अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर रेल हादसे की जांच सर्वोच्च अदालत के किसी सेवानिवृत्त जज की निगरानी में कराने की अपील की गई है. याचिकाकर्ता ने मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट के अवकाश प्राप्त जज की अध्यक्षता में एक जांच आयोग का गठन किया जाए.

ये जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने दाखिल की है. याचिकाकर्ता विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ आयोग का गठन करने की मांग की है. याचिकाकर्ता ने मांग की है कि इस आयोग में तकनीकी विशेषज्ञ भी शामिल हों. याचिका में ये मांग भी की गई है कि रेलवे के सुरक्षित यातायात के लिए बनाई गई कवच और अन्य सुरक्षा प्रणालियों, तकनीक और उनके मानकों की गहन जांच पड़ताल हो.

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याचिकाकर्ता की मांग है कि रेल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गाइडलाइंस तैयार कर आयोग दो महीने में अपनी रिपोर्ट कोर्ट को दे. गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर जिले के बहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार की शाम करीब सात बजे भीषण हादसा हो गया था. बहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को एक मालगाड़ी समेत तीन ट्रेन हादसे का शिकार हो गई थीं. 

चेन्नई से हावड़ा जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन पर पटरी से उतरने के बाद लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी से जा भिड़ी थी. उसी समय डाउन लाइन से गुजर रही बेंगलुरु हावड़ा एक्सप्रेस की पीछे की तीन बोगियां भी हादसे का शिकार हो गई थीं. इस भीषण हादसे में 288 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 900 से अधिक लोग घायल हुए हैं.

शुक्रवार की पूरी रात दुर्घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला. गैस कटर से दुर्घटनाग्रस्त बोगियों को काटकर उनमें फंसे यात्रियों को निकाला गया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए थे. हादसे को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि कारण का पता चल गया है. उन्होंने कहा कि हादसे की वजह इंटरलॉकिंग की समस्या रही.

 

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