चीफ जस्टिस एनवी रमणा ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह में हर मुद्दे पर खुलकर बात की. उन्होंने अपने निजी अनुभव साझा किए, कानून मंत्री किरण रिजिजू के वर्किंग स्टाइल पर टिप्पणी की और न्यायालय की वर्तामन समस्याओं पर रोशनी डाली.
चीफ जस्टिस ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह में कहा कि जिला और सत्र न्यायालयों को और सक्षम बनाने के मकसद से तैयार की गई विशेषज्ञों की रिपोर्ट में सुझाए गए उपाय काफी कारगर होंगे. चीफ जस्टिस एनवी रमणा ने सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम के सदस्य साथी जजों की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी सक्रियता और सकारतमकता के लिए हार्दिक धन्यवाद. क्योंकि सबके सहयोग से ही हम तेजी से विभिन्न उच्च अदालतों में बड़ी तादाद में खाली हुए जजों के पदों पर नियुक्ति की ओर बढ़ रहे हैं.
चीफ जस्टिस रमणा का मजाकिया अंदाज
हालांकि जस्टिस रमणा ने मजाकिया अंदाज में अपने पुराने दिनों को भी याद किया. उन्होंने बोला कि जस्टिस जीपी सिंह ने मुझसे कहा था जस्टिस रमणा! एक बात याद रखना! जज बनने के साइड इफेक्ट भी कई हैं. उन्होंने कहा था कि जब आप एक जज बनाते हैं तो साथ में आपके दस दुश्मन भी बन जाते हैं.
हंसी ठहाकों के बीच जस्टिस रमणा ने आगे कहा कि विधि और न्याय मंत्री भी यहां मौजूद हैं. हमें उम्मीद है कि हमारी सिफारिश वाले सभी 82 नामों को वैसे ही एकमुश्त क्लियरेंस मिल जाएगा जैसे सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति के लिए भेजी गई सिफारिशों को मिला था.
चीफ जस्टिस ने कहा कि मुझे इस बात का पूरा अहसास है कि ये अभिनंदन समारोह मेरा निजी नहीं इस पद की गरिमा और जिम्मेदारियों का है. आपके इतने अच्छे शब्द और भारी भरकम हार जिम्मेदारी का भार बढ़ाने के लिए काफी हैं. इसके अलावा चीफ जस्टिस ने क्वैक वकील यानी फर्जी वकीलों के गोरखधंधे को खत्म करने के मकसद से बार कौंसिल की ओर से ऑल इंडिया बार इक्जाम के जरिए वकीलों के लाइसेंस की तस्दीक के उपायों और सुझावों का स्वागत किया.
किरण रिजिजू संग मजाक-मस्ती
अब इस कार्यक्रम के दौरान एक मौका ऐसा भी आया जब चीफ जस्टिस ने कानून मंत्री किरण रिजिजू संग मजाक-मस्ती की. उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि जब वो मुझसे मिले तो मुझे लगा कि वो कॉलेज के छात्र हैं. लेकिन मैं उनकी उम्र नहीं पूछना चाहता. CJI ने कहा कि कानून मंत्री ने बताया कि मैंने लॉ डिग्री ली है. लेकिन कानून का अभ्यास करने का अनुभव नहीं है. तो मैंने उनसे यही कहा कि यह तो और भी अच्छा है. क्योंकि तब आप जजों के प्रति पूर्वाग्रह नहीं रखेंगे.
कार्यक्रम में दूसरे जजों ने भी अपना संबोधन दिया. उन सभी की तरफ से चीफ जस्टिस की जमकर तारीफ की गई. CJI द्वारा किए गए कार्यों और कदमों का तारीफ करते हुए सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस बीआर गवई ने कहा कि जस्टिस रमणा सचिन तेंदुलकर की तरह हैं जो एक के बाद एक रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं.
जस्टिस गवई ने कहा कि जस्टिस रमणा एक टीम लीडर हैं और भारतीय न्यायपालिका के सच्चे नेता हैं. उनके सक्षम नेतृत्व में हरेक आम आदमी को लगता है कि सर्वोच्च न्यायालय में वास्तविक जज हैं. उनको आम आदमी और दलितों के लिए वास्तविक चिंता है. वह अपने सभी भाई जजों को अपना असली भाई मानते हैं. वह हर मामले में बड़प्पन दिखाने वाले महान इंसान भी हैं.
रिजिजू ने की चीफ जस्टिस की तारीफ
समारोह में केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि जब मैं CJI रमणा से पहली बार मिला तो मैं उन्हें अच्छी तरह से नहीं जानता था. मैंने उनके बारे में अपने दोस्तों और मीडिया से सुना था. अपनी पहली बातचीत में मैंने महसूस किया कि हमारे पास ऐसे CJI हैं जिन पर हमें पूरा भरोसा और आस्था है. CJI रमणा उच्च सत्यनिष्ठा के व्यक्ति साबित हुए हैं जो न्यायपालिका के लिए एक नया सवेरा हैं.
रिजिजू ने कहा कि अभी भी कई मुद्दों पर काफी तेजी से काम करने की जरूरत है. वकीलों की शिकायतों के मुद्दे,महामारी के दौरान वित्तीय और अन्य मुद्दे हैं. कोविड काल में अदालतें बंद रही हैं. सरकार हर संभव उपाय करके मदद करने की कोशिश करेगी.