डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ बढ़ते हिंसा के मामलों को लेकर दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. याचिका में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा और मुआवजा के लिए पॉलिसी बनाये जाने की मांग की गई है.
याचिका में यूपी, पंजाब, पश्चिम बंगाल, केरल, कर्नाटक सहित कई अन्य राज्यों में हाल में हुए डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ हिंसा की 23 घटनाओं का जिक्र किया गया है.
कोरोना काल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा पर IMA सख्त, कल करेगा देशव्यापी विरोध प्रदर्शन
DMA ने मेडिकल जर्नल 'द लेंसेट' की एक रिपोर्ट का हवाला दिया है जिसके मुताबिक इंडिया में करीब 75% डॉक्टर किसी न किसी तरह की हिंसा के शिकार हुए हैं.
आपको बता दें कि डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के साथ रही हिंसक घटनाओं के खिलाफ IMA भी मुखरता से अपनी आवाज उठाता रहा है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 18 जून के दिन भी देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया था, ये प्रदर्शन डॉक्टरों के खिलाफ हो रही हिंसाओं को लेकर किया गया था. आईएमए ने इस विरोध प्रदर्शन के लिए 'सेव द सेविअर्स' स्लोगन का इस्तेमाल किया था. तब प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आईएमए ने कहा था कि ''सरकार ने डॉक्टरों के खिलाफ हो रही हिंसा पर काम किया है, लेकिन फिर भी विभिन्न राज्यों में ऐसी घटनाएं हो रही हैं.''