दिल्ली दंगे मामले में पुलिस ने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट के सामने उमर खालिद की जमानत याचिका का विरोध किया है. कहा गया है कि उमर खालिद प्रदर्शन के नाम पर दिल्ली में चक्का जाम की स्थिति पैदा करना चाहता था. उसकी तरफ से भड़काऊ भाषण दिए गए थे, ऐसे में उसे जमानत नहीं दी जा सकती.
दिल्ली पुलिस ने JCC व्हाट्सऐप ग्रुप की चैट का ज़िक्र करते हुए बताया जिसमें कहा गया था कि कह दो कि हम जामिया से है, दिल्ली का चक्का जाम करेंगे. दिल्ली पुलिस ने कहा कि चैट में कहा गया है कि CAA NRC बहुत खतरनाक कानून है. खासतौर से मुसलमानों के लिए. अब इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने कुछ चश्मदीदों के बयानों को आधार बनाकर भी उमर की याचिका का विरोध किया है.
दिल्ली पुलिस ने चश्मदीद के बयान का ज़िक्र करते हुए कहा कि खालिद ने अपनी स्पीच में कहा था कि आपके इलाके में बंगाल के लोग ज़्यादा हैं. उनको CAA NRC के बारे में बताते रहो. अगर उनको कोई कानूनी सलाहकार चहिये तो हम देंगे. 23 फरवरी की चैट का ज़िक्र करते हुए बताया गया कि अब्दुल अज़ीज़ ने कहा कि बस से शाहीनबाग जा रहे हैं. इनमें 90% महिलाएं हैं. ज़्यादातर बस जहांगीरपुरी से शाहीनबाग भेजी गई थी. यहां से कुल 6 बसें आई थीं.
इस सब के अलावा पुलिस ने उस भाषण का भी जिक्र किया जहां कहा गया कि हम वादा करते है जब 24 को डोनॉल्ड ट्रंप आयेगा, तब हम बताएंगे कि हिंदुस्तानी सरकार और हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री देश को बांटने का काम करते हैं, जब देश को बांटने का काम किया जाएगा हिंदुस्तान की जनता उसे जोड़ने के लिए खड़ी रहेगी. अभी के लिए इस मामले में दिल्ली पुलिस 16 चश्मदीदों के बयान कोर्ट के सामने पेश करने वाली है. कल भी इस मामले में सुनवाई जारी रहने वाली है.