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फराह खान के खिलाफ FIR की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका, होली को बताया था 'छपरियों का त्योहार'

हिंदुस्तानी भाऊ ने दावा किया कि फराह खान ने फरवरी 2025 में 'सेलिब्रिटी मास्टरशेफ' के एक एपिसोड के दौरान हिंदू त्योहार होली के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी. अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है और पुलिस द्वारा कोई FIR दर्ज नहीं की गई है.

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फराह खान
फराह खान

 सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और 'बिग बॉस 13' के कंटेस्टेंट विकास पाठक उर्फ हिंदुस्तानी भाऊ ने बॉलीवुड निर्देशक और कोरियोग्राफर फराह खान पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.  एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए हिंदुस्तानी भाऊ ने बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.

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हिंदुस्तानी भाऊ ने वकील अली काशिफ खान के माध्यम से दायर याचिका में कहा गया है कि फराह खान ने कथित तौर पर सेलिब्रिटी मास्टरशेफ में होली को "छपरियों का त्योहार" कहा था. इससे कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची और लोगों में गुस्सा है. खार पुलिस स्टेशन और वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत के बावजूद कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई.

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पुलिस पर एक्शन नहीं लेने का आरोप

याचिका में दावा किया गया है कि पुलिस की निष्क्रियता कर्तव्य की उपेक्षा के बराबर है और फराह खान की टिप्पणी सांप्रदायिक सद्भाव को खतरे में डालती है. इस टिप्पणी वाला एपिसोड कथित तौर पर 20 फरवरी को प्रसारित किया गया था. हिंदुस्तानी भाऊ का दावा है कि तब से उन्होंने एफआईआर दर्ज करने के लिए विभिन्न पुलिस स्टेशनों और उच्च अधिकारियों से संपर्क किया है, लेकिन उनके सभी प्रयास नाकाम रहे और इसलिए उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया.

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याचिका में तत्काल एफआईआर दर्ज करने, पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई और भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 196 (धर्म, जाति के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी या वैमनस्य को बढ़ावा देना), 299 (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण तरीके से धार्मिक विश्वासों का अपमान करना), 302 (किसी अन्य व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्द कहना) और 353 (दुर्भावनापूर्ण इरादे से गलत सूचना या अफवाहों को साझा करना) के तहत कानूनी कार्यवाही करने की मांग की गई है, ताकि इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना बयानों को रोका जा सके.
 

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