केंद्र सरकार ने राजस्थान हाई कोर्ट के लिए 9 नए जजों की नियुक्ति को हरी झंडी दिखा दी है. वर्तमान में वकील के रूप में काम कर रहे ये 9 सदस्य अब हाई कोर्ट के जज के रूप में अपनी सेवाएं देंगे. राजस्थान हाई कोर्ट में कुल 50 पदों की जगह है, अब इन 9 जजों के आने से ये आंकड़ा 35 पर पहुंच जाएंगा. अभी भी 15 और पद खाली हैं जिन्हें भविष्य में भरा जाना है. वैसे पहले से ही ये तय था कि राजस्थान हाई कोर्ट को 9 जज मिलने वाले हैं. केंद्र ने आज औपचारिक रूप से इसकी स्वीकृति दे दी है.
जिन वकीलों को अब हाई कोर्ट का जज बनाया गया है, उस लिस्ट में गणेश राम मीना, अनिल कुमार, नुपूर भाटी, राजेंद्र प्रकाश सोनी, अशोक कुमार जैन, योगेंद्र कुमार, भुवन गोयल, प्रवीन भटनागर, आशुतोष कुमार, अभय अहूजा शामिल हैं. यहां ये जानना जरूरी है कि गणेश राम मीना, अनिल उपमान और नुपूर भाटी एडवोकेट कोटा से जज बनाए गए हैं. वहीं नुपूर भारती तो वर्तमान हाई कोर्ट जज पुष्पेंद्र सिंह भाटी की पत्नी हैं. वैसे नुपूर और अनिल उपमान के नाम को सुप्रीम कोर्ट कोलिजियम द्वारा एडवोकेट कोटा से रिकमेंड किया गया था. न्यायिक कोटे से राजेंद्र प्रकाश सोनी, अशोक कुमार जैन, योगेंद्र कुमार पुरोहित, भुवन गोयल, प्रवीर भटनागर, आशुतोष कुमार को जज बनाया गया है.
अब जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान हाई कोर्ट में लंबे समय से और जजों की नियुक्ति की मांग चल रही थी. यहां की स्ट्रेंथ तो 50 थी, लेकिन सिर्फ 26 पद ही भरे गए थे. ऐसे में काम का लोड ज्यादा था और गति धीमी. लेकिन अब जब 9 और जजों के नाम को हरी झंडी दिखा दी गई है, अब ये आंकड़ा 35 पहुंच गया है.