सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बड़े पैमाने पर हाई कोर्ट के जजों के तबादले किए हैं. छह हाईकोर्ट के 16 जजों के तबादले की सिफारिश में 15 की सिफारिश दोबारा की गई है. इन जजों ने अपना तबादला रोकने या फिर अड़ोस पड़ोस के राज्यों में करने पर विचार करने की गुजारिश सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम से की थी, लेकिन कॉलेजियम ने उनकी अपील 'डिसमिस' करते हुए कोई राहत नहीं दी है.
सरकार को फिर से भेजी सिफारिश
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिशों के मुताबिक इलाहाबाद हाईकोर्ट से जस्टिस विवेक सिंह को मद्रास हाईकोर्ट भेजे जाने का प्रस्ताव है. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने कई जजों के तबादले की सिफारिश दोबारा सरकार को भेजी है. पिछली सिफारिश के बाद जजों ने कॉलेजियम से अपने निर्णय और प्रस्तावों पर पुनर्विचार की गुहार लगाई थी. लेकिन कॉलेजियम ने जजों की 'रिव्यू पेटिशन' खारिज करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट से जस्टिस प्रकाश पाडिया को झारखंड, जस्टिस एसपी केसरवानी को कलकत्ता, जस्टिस राजेंद्र कुमार (IV) को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट भेजे जाने की सिफारिश की है.
इन जजों के नाम शामिल
आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट से जस्टिस सी मानवेंद्र रॉय को गुजरात और जस्टिस दुप्पला वेंकट को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट भेजे जाने का प्रस्ताव दुबारा भेजा गया है. कलकत्ता हाईकोर्ट से जस्टिस शेखर बी सराफ को इलाहाबाद हाईकोर्ट, जस्टिस लपिता बनर्जी को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट, जस्टिस बिबेक चौधरी को पटना हाईकोर्ट भेजने की सिफारिश सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने की है.
इसके अलावा, तेलंगाना हाईकोर्ट से जस्टिस अनुपमा चक्रवर्ती को पटना, जस्टिस मन्नुरी लक्ष्मण को राजस्थान, जस्टिस एम सुधीर कुमार को कलकत्ता, जस्टिस सी सुमनलता को गुजरात हाईकोर्ट भेजने की सिफारिश है. पटना हाईकोर्ट से जस्टिस मधुरेश प्रसाद को कलकत्ता और कर्नाटक हाईकोर्ट से जस्टिस नरेंद्र जी को ओडिशा हाईकोर्ट भेजने की सिफारिश है.