श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड में कोर्ट ने आरोपी आफताब पूनावाला का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति दे दी है. दिल्ली पुलिस को 1 दिसंबर को उसका नार्को टेस्ट कराएगी. पहले 5 दिसंबर को नार्को टेस्ट करने की डेट फाइनल हुई थी. वहीं इस मामले की जांच कर रही पुलिस को आफताब के फ्लैट के बाथरूम, बेडरूम और किचन से खून के निशान मिले हैं. वहीं छानबीन के दौरान पुलिस को उसके फ्लैट से कुछ कपड़े भी मिले हैं. दिल्ली पुलिस ने उन कपड़ों को सीजकर उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा दिया है.
आफताब से ब्रेकअप करना चाहती थी श्रद्धा
जानकारी के मुताबिक श्रद्धा वॉल्कर हर हाल में आफताब को छोड़ना चाहती थी. दोनों ने 3-4 मई को अलग होने का फैसला भी कर लिया था, लेकिन आफताब को ये नागवार गुजर रहा था, इसी के चलते उसने हत्या कर दी.
अब तक 13 हड्डियां हो चुकी हैं बरामद
दिल्ली पुलिस के मुताबिक श्रद्धा की मिसिंग कंप्लेंट मुंबई में दर्ज होने के बाद जब वह मुंबई पुलिस की पूछताछ में शामिल होने जा रहा था, उस समय भी उसके फ्रीज में श्रद्धा की बॉडी के कुछ टुकड़े थे. सूत्रों के मुताबिक अब तक 13 हड्डियां बरामद हो चुकी हैं, जो जंगल के आसपास के इलाके से भी मिली हैं.
आफताब पर हुई थी हमले की कोशिश
आरोपी आफताब पर 28 नवंबर को तलवार लिए लोगों ने हमला करने की कोशिश की थी. आफताब पर शाम को रोहिणी इलाके में हमला करने की कोशिश की गई है. आफताब जैसे ही एफएसएल कार्यालय के बाहर वैन में सवार होकर निकला, तभी हमलावरों ने अपनी कार आगे खड़ी कर दी और तलवारें लेकर दौड़े. हमलावरों के पास 5 तलवारें थीं.
हमले के बाद दिल्ली पुलिस और तिहाड़ जेल प्रशासन अलर्ट हो गया है. उसी दिन रात में ही आफताब की सुरक्षा को लेकर तिहाड़ में जेल अधिकारियों ने मीटिंग की. इसमें मंगलवार को आफताब को फिर से एफएसएल लैब और अस्पताल ले जाने के दौरान सुरक्षा का खाका खींचा गया.
बताया जा रहा है कि आफताब की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. अदालत ने जेल अधिकारियों को आदेश दिया था कि आफताब को 28-29 नवंबर और 5 दिसंबर को FSL के सामने पेश करें.
श्रद्धा के दोस्त से भी पुलिस ने की पूछताछ
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को श्रद्धा के दोस्त जिमेश नाम्बियार के बयान दर्ज करवाए थे जिमेश वही शख्स हैं, जिन्होंने श्रद्धा को 2021 में एक आईटी कंपनी में जॉब के लिए रेफर किया था. जिमेश और श्रद्धा की पहचान इंस्टाग्राम पर हुई थी. श्रद्धा कॉल सेंटर की जॉब छोड़कर दूसरी नौकरी तलाश रही थी, जिसके लिए जिमेश ने उसकी मदद की थी.