तमिलनाडु की ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम AIADMK पार्टी की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट पहुंची. SC से एडप्पादी पलानीस्वामी (EPS) खेमे को बड़ी राहत मिली है. सर्वोच्च अदालत ने पलानीस्वामी को पार्टी महासचिव के तौर पर काम जारी रखने की हरी झंडी दे दी है. इसे पालनिसामी के विरोधी ओ पन्नीरसेल्वम (OPS) गुट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
बता दें कि पलानीस्वामी और पन्नीरसेल्वम के बीच पार्टी पर कब्जे को लेकर विवाद है. इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु हाईकोर्ट की डिविजन बेंच के फैसले को बरकरार रखा है. यानी ई पलानीस्वामी AIADMK के जनरल सेक्रेटरी बने रहेंगे. हाइकोर्ट की डिविजन बेंच ने ई पलनिस्वामी के पक्ष में फैसला सुनाया था. जिसको ओ पनीर सेल्वम ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.
दरअसल, पार्टी की सर्वोच्च नेता जयललिता के निधन के बाद से ही पलानीस्वामी और पन्नीरसेल्वम के बीच विवाद चल रहा है. इससे पहले भी दोनों गुटों के बीच विवाद की खबरें सामने आ चुकी हैं. तमिलनाडु में इरोड पूर्व सीट पर उपचुनाव के लिए भी दोनों गुटों ने अपने अलग-अलग प्रत्याशी उतार दिए थे.
पन्नीरसेल्वम (OPS) ने इरोड पूर्व उपचुनाव के लिए AIADMK उम्मीदवार के रूप में सेंथिल मुरुगन के नाम की घोषणा की थी. वहीं, पलानीस्वामी (EPS) खेमे ने भी केएस थेनारासु को चुनाव लड़ाने का फैसला किया था. इस सीट पर 27 फरवरी को उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है.
इस मसले पर जब पन्नीरसेल्वम (OPS) से सवाल किया गाय था तो उन्होंने जवाब दिया था कि उनका समूह असली AIADMK है. उन्होंने दावा किया वो AIADMK के समन्वयक हैं और उनके उम्मीदवार को ही चुनाव चिह्न मिलेगा.