निर्वाचन आयोग में दो नए आयुक्तों की नियुक्ति की घोषणा 15 मार्च तक हो सकती है. क्योंकि प्रधानमंत्री की अगुआई में चयन समिति की बैठक 15 मार्च को ही बुलाई गई है. माना जा रहा है कि निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति के बाद ही लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होगा. यानी चुनावी कार्यक्रमों की घोषणा के लिए पांच छह दिन और इंतजार करना पड़ सकता है.
सूत्रों के मुताबिक 17वीं लोकसभा का कार्यकाल मई के आखिरी हफ्ते तक है. लोकसभा में नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने संकेत दिए हैं कि चयन समिति की बैठक 15 मार्च को होगी. उसी दिन शायद दो नाम नियुक्ति के लिए तय हो जाएं. उम्मीद है कि अगले एक दो दिन में शपथ ग्रहण के साथ ही चुनावी कार्यक्रम का ऐलान कर दिया जाए.
चयन समिति करेगी नामों का ऐलान
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेगवाल के नेतृत्व में एक खोज समिति, जिसमें गृह विभाग और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के कैबिनेट सचिव शामिल होंगे, दोनों पदों के लिए पांच-पांच नामों के दो अलग-अलग पैनल तैयार कर रही है. बाद में पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली चयन समिति इन नामों में से दो का चयन करेगी. इसमें प्रधान मंत्री की ओर से नामांकित एक केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी भी शामिल होंगे.
राष्ट्रपति के पास भेजे जाएंगे नाम
ये समिति निर्वाचन आयुक्त के लिए सर्वसम्मति या बहुमत के आधार पर दो नाम तय करेगी. दोनों नाम राष्ट्रपति के पास भेजे जाएंगे. फिर राष्ट्रपति आधिकारिक तौर पर उनकी नियुक्ति की अधिसूचना जारी करेंगे. इससे पहले अनूप चंद्र पांडेय की सेवा निवृत्ति और फिर अरुण गोयल के अचानक इस्तीफे के बाद 3 सदस्यीय निर्वाचन आयोग में केवल मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ही बचे हैं. आयुक्त अनूप चंद्र पांडे 65 वर्ष की आयु पूरी करने पर 14 फरवरी को सेवानिवृत्त हो गये थे. यानी अभी चुनावों की घोषणा में पांच छह दिन लग सकते हैं.