बाजार में मिलने वाले कई फूड आइटम में मिलावट की जाने लगी है. कम मात्रा में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए दुकानदार दूध, मसालों और दालों में तरह तरह की मिलावट करने लगे हैं.
मिलावटी चीजों के सेवन से न सिर्फ हमारी सेहत पर असर पड़ता है बल्कि यह खाने का स्वाद भी बिगाड़ देती हैं. भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) भी आए दिन लोगों को अलग-अलग चीजों में मिलावट को पहचानने के तरीका बताता है.
अगर आपको खानें में स्वाद नहीं आ रहा है तो मसालों को खरीदने से पहले इनकी जांच जरूर कर लें. आइए जानते हैं दूध, मावा, दाल और मसालों में मिलावट को कैसे पहचाना जाए.
असली नकली दूध की पहचान करने के लिए एक गिलास में दूध डालें और इसमें बाराबर मात्रा में पानी मिला दें. इसके बाद गिलास को हिलाकर देखें. अगर अचानक झाग आने लगें तो समझ जाइए कि दूध में डिटर्जेंट मिलाया गया है.
असली मसालों के बिना खाने का स्वाद और जायका दोनों ही अधूरे हैं. भारत में ज्यादातर डिश मसालों पर ही निर्भर करती हैं. दुकानदार मसालों में रंग, भूसा, रेत आदि जैसी चीजों की मिलावट करने लगे हैं जिससे इनकी मात्रा को बढ़ाया जा सके.
मसालों को यूज करने से पहले यह चेक कर लें कि कहीं वह मिलावटी तो नहीं. लाल मिर्च पाउडर में लाल रंग का पाउडर और ईंट का चूरा मिला हो सकता है. ऐसे में असली नकली की पहचान के लिए लाल मिर्च के 1 चम्मच को पानी में डालकर देखें अगर ऊपर कुछ तैरता नजर आए तो समझिए मिर्च असली है. वहीं अगर यह पानी में घुल जाए तो इस खाने से बचें.
आयुर्वेदिक औषधि से लेकर मसाले के तौर पर इस्तेमाल होने वाली हल्दी भी मिलावटी हो सकती है. इसमें 'मेटामिल येलो' नामक कैमिकल मिलाया जा रहा है जिससे पाउडर भी हल्दी जैसा पीला रंग छोड़ने लगता है. ऐसे में अंतर का पता लगाने के लिए आप हल्दी को पानी में हाइड्रोक्लोरिक ऐसिड की कुछ बूंदों के साथ मिलाएं अगर हल्दी पीला रंग बदलकर गुलाबी, नीली या बैंगनी हो जाए तो समझ जाइए कि हल्दी नकली है.
धनिया पाउडर में भूसा के साथ हरा रंग मिला हो सकता है ऐसे में धनिया पाउडर की मिलावट को सूंघकर पता लगा सकते हैं. अगर किसी जंगली पौधे या भूसे की खुशबू आए तो इसे तुरंत फेंक दें.
गुणकारी काली मिर्च को भी मिलावट खोरों ने नहीं बख्शा है. काली मिर्च के दानों को पानी या शराब में डालकर देखें. अगर यह ऊपर तैरने लगे तो यह पपीते के बीज हो सकते हैं. वहीं, यह डूब जाए तो मतलब काली मिर्च असली है.
दालों में मिलावट की बात की जाए तो इनकी चमक बढ़ाने के लिए दुकानदार पॉलिश कर देते हैं जो सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकती है. इसलिए दालों का इस्तेमाल करने से पहले इन्हें पानी से 4-5 बार अच्छे से धो लें.
पनीर को हम कच्चा भी खाते हैं साथ ही इससे तरह-तरह की स्वादिष्ट पकवान भी तैयार करते हैं. खास कर हेल्थ कॉन्शियस लोग पनीर का सेवन करना पसंद करते हैं. इसीलिए पनीर का सेवन करने से पहले यह जांच लें कि वह असली है या नहीं. पनीर के टुकड़े को हाथ में मसलकर देखें. अगर यह टूटकर बिखरने लगे तो समझिए कि यह मिलावटी है.