बीयर और अंडे में एक समानता है. मांसाहार अपनाना चाह रहे लोगों को अंडा खाना उसी तरह कम अपराध बोध कराता है, जैसा शराब के बजाए बीयर पीना. इसके पीछे बीयर को लेकर किए जाने वाले कुछ दावे जिम्मेदार हैं. कहते हैं कि शराब के मुकाबले बीयर कम नशा करती है और यह शरीर को कम नुकसान पहुंचाती है. बीच-बीच में कुछ ऐसे रिसर्च भी सामने आ चुकी हैं, जिनमें बताया जाता है कि सीमित मात्रा में इसे पीना फायदेमंद हो सकता है. दावों की असलियत पर बाद में बात करेंगे लेकिन बीयर में कुछ तो ऐसा है, जिसकी वजह से यह पानी और चाय-कॉफी के बाद दुनिया की सबसे लोकप्रिय ड्रिंक है. एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में बीयर की पर-कैपिटा खपत 2 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति साल है. आज 27 अक्टूबर को अमेरिका में नेशनल बीयर डे मनाया जा रहा है. ऐसे में इस ग्लोबल ड्रिंक से जुड़े कुछ मिथकों और उनकी असलियत के बारे में जानना बेहद जरूरी हो जाता है.
1. दावा: ज्यादा बीयर पीने से बढ़ जाता है पेट
दावा किया जाता है कि बीयर में बहुत ज्यादा कैलोरीज होती हैं, जिसकी वजह से इसका नियमित सेवन न केवल वजन बढ़ाता है बल्कि इससे पेट भी निकल आता है. तकनीकी भाषा में ऐसे पेट निकलने को 'बीयर बेली' भी कहते हैं. हालांकि, यह दावा पूरी तरह सच नहीं है. दूसरे ड्रिंक्स मसलन, ऑरेंज जूस, ऐपल जूस, रेड वाइन या दूध से तुलना करें तो बीयर में अपेक्षाकृत कम ही कैलोरीज होती हैं. एक अंदाजे के मुताबिक, 375 एमएल या एक पाइंट बीयर में 150 कैलोरी होती हैं. बीयर पीने से जुड़ी एक पूरी प्रक्रिया वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है. दरअसल, बीयर भूख को बढ़ाता है, जिसके बाद लोग दबाकर अपनी पसंदीदा चीजें खाते हैं. 'बीयर बेली' या पेट निकलने के लिए बीयर जिम्मेदार नहीं है. मेडिकल एक्सपर्ट के मुताबिक, एल्कॉहल पीने के बाद हमारा लिवर शरीर के फैट के बजाए शराब को पचाने की कोशिश करता है, इसलिए भी वजन बढ़ता है.
2. दावा: बीयर कंट्रोल में रखती है, होता है कम नशा
बीयर के बारे में एक और मिथक है. पीने वाले दावा करते हैं कि बीयर का नशा बेहद हल्का होता है और इसे चाहे जितना पी लो, शख्स हमेशा कंट्रोल में रहता है. उनका तर्क होता है कि व्हिस्की, रम आदि जैसे हार्ड ड्रिंक्स में एल्कॉहल की प्रतिशतता ज्यादा होती है, इसलिए उनसे नशा भी ज्यादा होता है. हालांकि, जानकार मानते हैं कि ऐसा मानना पूरी तरह सही नहीं है. उनके मुताबिक, अगर आप हार्ड ड्रिंक और बीयर समान रफ्तार से पी रहे हैं तो किसी जूस में मिला हार्ड ड्रिंक का एक शॉट और एक पाइंट बीयर एक मात्रा में नशा देगी. हार्ड ड्रिंक्स के शॉट ज्यादा नशा इसलिए देते हैं क्योंकि उन्हें बीयर के मुकाबले ज्यादा तेजी से पीया जाता है.
3. दावा: बीयर पीने से नहीं होता हैंगओवर
कुछ लोगों का मानना है कि बीयर पीने से कभी भी हैंगओवर नहीं होता. सच्चाई यही है कि पर्याप्त मात्रा में पी जाने पर बीयर पर बुरा हैंगओवर देती है. दरअसल, सारा खेल एल्कॉहल की मात्रा और शराब की किस्म का है. हम कोई भी शराब पीएं, यह हमारी रक्त वाहिकाओं से गुजरकर हमारे खून में मिल जाता है और दिमाग, किडनी, लंग्स और लिवर, सब पर असर डालता है. एल्कॉहल के सेवन से शरीर में डिहाईड्रेशन की दिक्कत पैदा होती है. लिवर सारे एल्कॉहल को नहीं पचा पाता. इसलिए जब आपकी नींद अगली सुबह खुलती है तो आपको सिरदर्द, थकान, उल्टी जैसी समस्याएं होती हैं. बीयर पीने से ज्यादातर लोगों को हैंगओवर इसलिए नहीं होता क्योंकि इसमें अधिकांश हिस्सा पानी है. एल्कॉहल की एवरेज प्रतिशतता भी करीब 5 प्रतिशत तक होती है. हालांकि, अगर आप रात भर छककर बीयर पीते हैं और पर्याप्त पानी नहीं पीते तो अगले दिन हैंगओवर आपका मूड खराब कर सकती है.
4. दावा: बिलकुल ठंडी बीयर ही देती है असली मजा
बीयर के शौकीन इसे बिलकुल ठंडी ठंडी ही पीनी पसंद करते हैं. शायद इसलिए ही 'चिल्ड' बीयर से लेकर 'पातालतोड़' ठंडी बीयर के दावों के साथ यह परोसी जाती है. तो क्या बीयर हमेशा ठंडी ही पीनी चाहिए? इसका जवाब यही है कि यह बीयर के प्रकार पर निर्भर करता है. अगर कोई लाइट या वीट बीयर पी रहा है तो हल्की ठंडी पीने से बेहतर स्वाद मिलता है. ज्यादा ठंडी करने से उस बीयर का असली स्वाद कहीं खो जाता है. वाइन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इंग्लिश स्टाउट बीयर हो या इंपीरियल एल बीयर, 12 डिग्री सेंटिग्रेट तक ही ठंडी पीनी चाहिए. वहीं, कुछ जौ से बनी ड्रिंक्स को तो रूम टेम्प्रेचर पर पीया जाता है.
5. दावा: बीयर जितने गहरे रंग की, उतना ही तेज नशा
कहते हैं कि बीयर का रंग जितना पारदर्शी और हल्का हो, वो उतना कम नशा देगी और उसमें कम कैलोरीज होंगी. वहीं, इसका रंग जितना गहरा हो उसका नशा, उतना ही ज्यादा होगा और उसमें उतनी ही ज्यादा कैलोरीज होंगी. शायद इसी वजह से ऐल या स्टाउट बीयर को ज्यादा नशा देने वाला समझा जाता है. हालांकि, यह दावा भी सही नहीं है. बीयर का रंग इस बात पर निर्भर करता है कि उसे किस तरह के अनाज से तैयार किया गया है. वहीं, स्टाउट बीयर गहरे रंग की होने के बावजूद न केवल कम कैलोरी वाली होती है, बल्कि इसे पीने से नशा भी कम होता है.