भारत में करोड़ों लोग दिल की बीमारियों के शिकार हैं और ये आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. हाल के कुछ सालों में देश में कार्डियो वस्कुलर डिसीस (CVD) से होने वाली मौतों की संख्या में भी वृद्धि देखी गई है. सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि दिल के रोगों की वजह से इस दौरान 20 से 40 साल के उम्र के लोगों ने भी अपनी जान गंवाई है. जेनेटिक्स, डायबिटीज, धूम्रपान-शराब और खराब जीवनशैली के अलावा कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ना दिल के रोगों की मुख्य वजह माना जाता है.
कोलेस्ट्रॉल शरीर में पाया जाने वाला वसायुक्त पदार्थ है जो सेल मेंब्रेन्स बनाने का काम करता है. ये दो प्रकार का होता है जिनमें गुड कोलेस्ट्रॉल और बैड कोलेस्ट्रॉल शामिल है. गुड कोलेस्ट्रॉल शरीर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है जबकि बैड कोलेस्ट्रॉल धमनियों में प्लाक के निर्माण और रुकावट का कारण बन सकता है. इससे स्ट्रोक, दिल का दौरा और कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ता है.
शुरुआत में इसके लक्षण ज्यादा गंभीर नहीं होते हैं लेकिन अगर आप लंबे समय तक बैड कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित होते हैं तो इसके नतीजे भयानक हो सकते हैं. अपनी जीवनशैली और डाइट में मामूली बदलाव कर आप इस बीमारी को बढ़ने से रोक सकते हैं. इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही एक छोटे लेकिन महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ के बारे में बताएंगे जिसे आप अपने आहार में शामिल कर बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कुछ ही हफ्तों में 30 फीसदी तक कम कर सकते हैं.
ओट्स करेगा हाई कोलेस्ट्रॉल को कम
तमाम डॉक्टरों से लेकर डाइटीशियन सुबह के नाश्ते में फाइबरयुक्त खाद्य पदार्थ खाने की सलाह देते हैं. इससे शरीर को दिन भर काम करने की ऊर्जा और पोषण मिलता है. ओट्स फाइबर, विटामिन और कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है जिसे सुबह-सवेरे नाश्ते में खाने से शरीर को ढेरों फायदे मिलते हैं. देश की फिटनेस और वेलनेस संस्था एबल के मुताबिक, ओट्स आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी मदद कर सकता है. ओट्स, सॉल्यूबल और इनसॉल्यूबल दोनों तरह के फाइबर से भरपूर होते हैं जो हमारे शरीर के पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी हैं. सॉल्यूबल फाइबर बीटा ग्लूकन शरीर के बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने और लंबे समय की बीमारियों को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
दिल की बीमारियों के लिए काम करने वाली ब्रिटेन की संस्था हार्ट यूके ने बताया कि जब ओट्स में मौजूद फाइबर आपके शरीर के अंदर जाता है तो ये एक जेल के रूप में बदलकर आंतों में कोलेस्ट्रॉल युक्त बाइल एसिड को बांधने का काम करता है जो आपके रक्त प्रवाह में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को सीमित करने में मदद करता है. इसकी वजह से आपके लीवर को बाइल (एक तरह का फ्ल्यूड जो लीवर से निकलता है और फैट्स को डाइजेस्ट करने का काम करता है) बनाने के लिए ब्लड से अधिक कोलेस्ट्रॉल निकालने की जरूरत पड़ती है जिससे ब्लड कोलेस्ट्रॉल कम होता है.
कोलेस्ट्रॉल को कम करने के अलावा फाइबरयुक्त खाद्य पदार्थ खाने से लंबे समय तक आपका पेट भरा रहता है जिससे वजन पर काबू पाने में भी मदद मिलती है. अगर आप ओट्स में नट्स, अलग-अलग बीज और फल मिलाकर खाते हैं तो इससे आपके शरीर को ढेर सारे पोषक तत्व एक-साथ मिल सकते हैं.
इसके साथ ही जीवनशैली में बदलाव भी कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं. अलग-अलग तरह के सॉसेज, मक्खन, बिस्कुट और पनीर में पाए जाने वाले सैचुरेटेड फैट्स के सेवन को कम कर भी कोलेस्ट्रॉल पर काबू पाया जा सकता है. साथ ही अगर आप रोजाना कसरत करते हैं और धूम्रपान-शराब का सेवन नहीं करते हैं तो इससे आपका संपूर्ण स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और कोलेस्ट्रॉल भी बेहतर होगा.