
Difference Between Alcohol: शराब का नाम सुनते ही शराब पीने वालों के मन में अपनी-अपनी फेवरेट ड्रिंक्स आने लगती हैं. कई लोग शराब सुनते ही बीयर के बारे में सोचने लगते हैं, कई व्हिस्की, कई वोदका तो कई लोग रम के बारे में सोचने लगते हैं. शराब की कई वैरायटी होती हैं. इनमें वाइन, व्हिस्की, ब्रांडी वोडका, बियर, जिन और भी कई नाम शामिल हैं. शराब नहीं पीने वालों से लेकर शराब पीने वाले कई लोगों को भी इन ड्रिंक्स के बीच का अंतर नहीं मालूम होता है. क्या आपको इन ड्रिंक्स के बीच का अंतर समझ आता है? क्या आपको व्हिस्की, बीयर, वोदका, रम, स्कॉच, जिन के बीच का अंतर पता है? आइए जानते हैं शराब की अलग-अलग वैरायटी में क्या है अंतर.
व्हिस्की: देश में व्हिस्की पीना बहुत आम है. बहुत से लोग व्हिस्की ही पसंद करते हैं. इसे बनाने में गेंहू और जौ जैसे अनाज का उपयोग होता है. व्हिस्की में अल्कोहल की मात्रा ज्यादा होती है. करीब 30 से 65% तक हो अल्कोहल होता है. अलग-अलग ब्रांड में अल्कोहल की मात्रा अलग-अलग होती है. इस ड्रिंक को बनाने के लिए गेंहू और बारली को फर्मेंट किया जाता है. फर्मेंट होने के बाद कुछ समय के लिए ओट कास्क में रखा जाता है.
वोदका: वोदका को भी शराब पीने वाले लोगों के बीच काफी पसंद किया जाता है. मार्केट में अलग-अलग फ्लेवर की वोदका आती हैं. वोदका में अल्कोहल की मात्रा 40-60% तक होती है. वोदका आलू से निकलने वाले स्टार्च को फर्मेंट और डिस्टिल्ड करके बनाई जाती है. हालांकि, वोदका को अनाज और शीरे से बनाया जाता है.
रम: रम को ज्यादातर ठंड के मौसम में पिया जाता है. रम डिस्ट्रिल्ड ड्रिंक है. अगर रम की बात करें तो रम फर्मेंटेड गन्ने आदि से बनती है. इसमें 40 फीसदी तक अल्कोहल होता है. लेकिन कई ओवरप्रूफ रम भी होती है, जिनमें अल्कोहल की मात्रा ज्यादा होती है और 60-70 फीसदी तक अल्कोहल होता है.
बीयर: बीयर तैयार करने के लिए फल और साबुत अनाज के रस का प्रयोग किया जाता है. इसमें बहुत ही कम मात्रा में अल्कोहल मिलाते हैं. बीयर में 4 से 8 प्रतिशत अल्कोहल की मात्रा होती है.
जिन: जिन किसी भी ग्रेन से बन सकता है. ग्रेन को पहले फर्मेंट किया जाता है उसके बाद उसे डिस्टिल्ड करके निकाला जाता है. डिस्टिलेशन के टाइम उसमें जुनिपर बेरीज डाले जाते हैं. इसके अलावा भी कई बोटैनिकल को डाला जाता है. जिन को एक तरह की वोदका ही लेकिन उसमें कई तरह के फ्लेवर डाले जाते हैं. जिन में 35 से 55 फीसदी तक अल्कोहल होता है.
रेड वाइन: वाइन एक तरह का फर्मेंटेड ग्रेप जूस है. रेड वाइन लाल और काले अंगूर से तैयार की जाती है. रेड वाइन तब बनाई जाती है जब कुचले हुए अंगूरों को ओक बैरल में एक या दो सप्ताह के लिए फर्मेंट किया जाता है. रेड वाइन को ओक बैरल में एज्ड किया जाता है. वाइन में 14 फीसदी तक अल्कोहल माना जाता है.
शैंपेन: शैंपेन एक तरह की स्पार्कलिंग वाइन होती है. शैंपेन को रेड ग्रेप्स से बनाया जाता है. अगर एल्कोहॉल प्रतिशत के आधार पर बात करें तो इसमें 11 फीसदी तक एल्कोहल की मात्रा होती है. इसको टैंक में भरकर रखा जाता है और लंबे समय यानी कई महीनों या कई सालों तक फर्मन्टेशन प्रोसेस में रखा जाता है.