आज पूरी दुनियाभर में लोग इस साल को अलविदा कहने और नए साल के स्वागत का जश्न मनाने की तैयारी में रहेंगे. ऐसे में बहुत सारे लोग दोस्तों, सहकर्मियों के साथ बाहर पार्टी करने का प्लान कर रहे होंगे. इन आयोजनों में एल्कॉहलिक ड्रिंक्स ऑर्डर करना बेहद आम है. भारत में ऐसे लोगों की बड़ी तादाद है, जो खास मौकों पर ही एल्कॉहलिक ड्रिंक्स पीते हैं. ऐसे लोगों को Occasional Drinker की श्रेणी में रखा जाता है. इन लोगों को हार्ड ड्रिंक्स लेते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. वहीं, नियमित शराब सेवन करने वाले भी जोश-जोश में कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिनसे पार्टी का पूरा मजा किरकिरा हो सकता है. तो चलिए, जानते हैं इस बार जश्न मनाते वक्त किन बातों का ध्यान रखना है.
1. सही ड्रिंक ऑर्डर करें
आज व्हिस्की, बीयर, रम, वोदका से लेकर कॉकटेल्स और मॉकटेल्स के दर्जनों विकल्प उपलब्ध हैं. ऐसे में कोई नई ड्रिंक को आजमाने से बचना चाहिए. मुमकिन है कि ज्यादा एल्कॉहलिक कंटेंट वाली ड्रिंक से आप परेशानी को दावत दे दें. किसी ड्रिंक के बारे में समझने में दिक्कत हो रही है तो दोस्तों और बारटेंडर से बेझिझक पूछिए. कई तरह के शराब के मिक्सचर या कॉकटेल आदि पीने से भी बचना चाहिए वर्ना असहज स्थिति में फंस सकते हैं.
2. ड्रिंक पीने का तरीका जानिए
हर एल्कॉहलिक ड्रिंक को पीने का एक तरीका होता है. मसलन-अगर कोई महंगी सिंगल मॉल्ट व्हिस्की ऑर्डर की है और उसमें पानी मिला दिया तो लोगों के सामने आप नौसिखिए नजर आएंगे. दरअसल, वाइन एक्सपर्ट्स सिंगल मॉल्ट्स को नीट या बिना कुछ मिलाए पीने की सलाह देते हैं. इसी तरह किसी महंगी रेड वाइन में बर्फ डालकर पीते दिखना भी हास्यास्पद होगा. यानी ड्रिंक्स को सही ढंग से पीने का तरीका जानना भी जरूरी है.
3. लिमिट में पिएं, अपना ध्यान रखें
बेहद सीमित मात्रा में पीएं. आदर्श स्थिति तो यही है कि घंटे भर में आराम से धीमे-धीमे एक ड्रिंक पिएं और बीच-बीच में खूब पानी भी ताकि डिहाईड्रेशन के शिकार न हों. कुछ लोग नशे को महसूस करने के लिए शुरुआत में ही काफी तेजी से धड़ाधड़ कई ड्रिंक्स पी लेते हैं. बाद में जब नशा असर दिखाता है तो वे असहज स्थिति में फंस जाते हैं. सावर्जनिक कार्यक्रमों में आपको अपना ध्यान खुद ही रखना है.
4. ऑर्डर की शब्दावली समझें
बार, पब, क्लब आदि में एल्कॉहलिक ड्रिंक्स ऑर्डर करने से जुड़े कुछ मूलभूत तकनीकी शब्द होते हैं, जिनकी जानकारी होना जरूरी है. हार्ड ड्रिंक्स की मात्रा अमूमन स्मॉल और लार्ज के जरिए तय होती है. स्मॉल यानी 30 एमएल, लार्ज यानी 60 एमएल. जरूरत के हिसाब से ही ड्रिंक्स ऑर्डर करें. नीट यानी बिना पानी ड्रिंक. ऑन द रॉक्स यानी गिलास में ढेर सारी बर्फ डालकर उसपर एल्कॉहल डालना. सोडा एट द बैक यानी गिलास में नीट ड्रिंक और अलग से सोडा परोसना.
5. गिलास पकड़ने का तरीका
गिलास पकड़ने के तरीके से ड्रिंक्स को लेकर आपकी समझ का पता चलता है. बीयर, व्हिस्की से लेकर वाइन तक को पीने के लिए अलग-अलग तरह के गिलास होते हैं. मसलन: वाइन गिलास में एक लंबा सा हिस्सा होता है, जिसे स्टेम कहते हैं. स्टेम से पकड़ने का फायदा यह होता है कि इंसानी हाथ की गर्माहट वाइन में ट्रांसफर नहीं होती और उसका जायका अपने स्वाभाविक तापमान पर वैसा का वैसा ही बना होता है. शराब के गिलासों को बेस से ही पकड़ें, बीच से नहीं वर्ना आपकी उंगलियों का तापमान गिलास के अंदर की शराब का जायका खराब कर सकता है.
6. उत्तेजित या नाराज न हों
कुछ लोग शराब पीने के बाद परोसने वालों या आसपास मौजूद लोगों से उलझने लगते हैं. ध्यान रखें कि नशे की हालत में झगड़ा करने पर आपकी गलती न होने पर भी लोग आपको ही कसूरवार ठहरा सकते हैं. ऐसी जगहों पर उग्र रवैया दिखाना किसी भी तरह से अक्लमंदी नहीं क्योंकि इससे यह छवि बन सकती है कि आप नशे की हालत में ऐसा बर्ताव कर रहे हैं.
7. हैंगओवर या ज्यादा नशा होने पर क्या करें
खूब पानी पिएं. ज्यादा पानी पीने से एल्कॉहल यूरीन के जरिए शरीर से बाहर आ जाएगा. ब्लैक कॉफी जैसी चीज थोड़ी राहत दे सकती है. अगर राहत न मिल रही हो और शराब की बदबू से तात्कालिक राहत पाना हो तो नहा लीजिए. अच्छे से नहाना और एक तेज बॉडी स्प्रे इस्तेमाल करना बहुत मददगार साबित हो सकता है. इसके अलावा, एक बढ़िया टूथपेस्ट से ब्रश करने और माउथवॉश से कुल्ला से भी बदबू का असर कम किया जा सकता है.
8. ज्यादा शराब पीकर सोना जानलेवा!
मेडिकल एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि बहुत ज्यादा नशे में होने के बाद सोने की कोशिश करना जानलेवा भी साबित हो सकता है. दरअसल, एल्कॉहल के प्रभाव से सांस घुटने पर प्रतिक्रिया देने वाला शरीर का मैकेनिज्म मंद पड़ जाता है. नींद के दौरान भी उल्टी हो सकती है, जिसके बाद गला चोक होकर इंसान की मौत हो सकती है.
9. उल्टियां आए तो क्या करें
जानबूझकर उल्टी करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए वर्ना इससे पेट की मांसपेशियों को बड़ा नुकसान पहुंच सकता है. वहीं सोने से पहले थोड़ा इंतजार करें जब तक कि सामान्य महसूस न करने लगें. फिर सोने से पहले कम से कम एक गिलास भरकर पानी पीएं. यह एल्कॉहल की वजह से शरीर में होने वाले डिहाईड्रेशन को रोकने में मदद करेगा.
10. सुबह उठने के बाद क्या करें
सिरदर्द के लिए डॉक्टर की सलाह से कोई पेन रिलिवर ले सकते हैं. पानी बहुत ज्यादा मात्रा में पीएं ताकि डिहाइड्रेशन की कोई गुंजाइश न हो. विटामिन और मिनरल्स युक्त बहुत सारे स्पोर्ट्स ड्रिंक्स उपलब्ध हैं, उन्हें भी पीते रहें. थोड़ी मात्रा में ब्लैक कॉफी का भी सेवन कर सकते हैं. ज्यादा सिरदर्द होने पर सिर पर बर्फ से सिंकाई कर सकते हैं.