शराब के शौकीन आम तौर पर गिलास को अपनी सुविधा के मुताबिक पकड़ते हैं. कुछ उंगलियों के बीच फंसाते हैं, कुछ हथेली से पकड़ते हैं तो कुछ बिलकुल बॉटम से. सुनने में जरा हास्यास्पद लगे लेकिन यह सच है कि वाइन गिलास को पकड़ने का तरीका न केवल शराब के स्वाद और फ्लेवर पर असर डालता है, बल्कि हार्ड ड्रिंक्स को लेकर आपकी समझ को भी जाहिर करता है. ऐसे में आपके पैमाने को पकड़ने का अंदाज देखकर कोई भी आसानी से समझ सकता है कि आप नौसीखिए हैं या 'प्रो'. कहने वाले कह सकते हैं कि गिलास पकड़ने में सहज रहने की जरूरत है, इसमें किसी किस्म का दिखावा करने की जरूरत क्या है? यह बात भी सही है लेकिन यहां जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर क्यों फूड एंड वाइन एक्सपर्ट्स शराब के पैमाने को एक खास तरीके से ही पकड़ने की सलाह देते हैं.
कैसे पकड़ें वाइन गिलास
एक्सपर्ट कहते हैं कि गलत ढंग से गिलास पकड़ने का बुरा असर वाइन की सुगंध या एरोमा समेत पूरे एक्सपीरियंस पर बुरा असर डाल सकता है. इसकी सबसे बड़ी वजह है इंसान के हाथ का तापमान. इंसान के हाथ गर्म होते हैं, जो वाइन के नेचुरल फ्लेवर को गड़बड़ कर सकते हैं. शायद इसलिए ही वाइन परोसने वाले भी बोतल को उसके बॉटम से पकड़ते हैं. इसलिए वाइन गिलास में एक लंबा से हिस्सा होता है, जिसे स्टेम (Stem) कहते हैं. स्टेम से पकड़ने का फायदा यह होता है कि इंसानी हाथ की गर्माहट वाइन में ट्रांसफर नहीं होती और उसका जायका अपने स्वाभाविक तापमान पर वैसा का वैसा ही बना होता है. हाथ की गर्माहट से वाइन में मिला एल्कॉहल का तेजी से वाष्पीकरण हो सकता है. इसकी वजह से गुजरते वक्त के साथ वाइन का स्वाद मंद पड़ता जाता है. इसलिए अगर वाइन गिलास में स्टेम है तो उसके जरिए ही पकड़ना बेहतर है. अपने अंगूठे, तर्जनी और बीच की उंगली के जरिए स्टेम की तरफ से ऊपर की ओर ऐसे पकड़ें कि पैमाना पूरी तरह आपके कंट्रोल में रहे.
स्टेम से पकड़ने का फायदा क्या
स्टेम से पकड़ने का एक फायदा यह भी है कि आप ऐसे वाइन को गिलास के अंदर घुमा सकते हैं. वाइन को एक निश्चित रफ्तार में गोल-गोल घुमाने की इस प्रक्रिया को Swirling कहते हैं. ऐसा करने से वाइन की स्वभाविक सुगंध वातावरण में मौजूद ऑक्सीजन के साथ खुलकर सामने आती है. इससे पीने वाला वाइन की स्वाभाविक महक का एहसास कर सकता है. वाइन गिलास को स्टेम से पकड़ना न केवल बेहद संभ्रांत तरीका माना जाता है, बल्कि ऐसे पकड़ने से वाइन के छलककर पैमाने के बाहर गिरने की गुंजाइश भी बेहद कम हो जाती है. इसके अलावा, स्टेम से पकड़ने की एक और बड़ी वजह यह भी है कि ऐसा करने से पीने वाले की उंगलियों के निशान गिलास को गंदे नहीं करते. बार-बार गिलास को रखने, चीजों को छूने, लोगों से हाथ मिलाने के दौरान आपके हाथ गंदे हो सकते हैं और यही गंदगी उंगलियों के निशान के तौर पर गिलास पर छप जाते हैं, जो शिष्टाचार में सही नहीं माना जाता.
अगर गिलास में स्टेम न हो तो?
कई वाइन गिलास में स्टेम नहीं होते. वहीं व्हिस्की और अन्य हार्ड ड्रिंक्स आदि परोसने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल टंबलर गिलास तो बेस से बिलकुल फ्लैट होते हैं. बस इनका तला बेहद भारी और मोटा होता है. वजह वही है कि सतह का तापमान परोसी गई शराब की प्रकृति को न बदल जाए. जहां तक इन गिलासों को पकड़ने का सवाल है तो उन्हें वैसे ही पकड़ें जैसे पानी के गिलास पकड़ते हैं. यानी गिलास को बेस से पकड़ने की कोशिश करें, न कि बीच से या ऊपर मुंहाने की तरफ से. अंगूठे, तर्जनी और बीच की उंगली का इस्तेमाल करते हुए गिलास को बिलकुल नीचे की तरफ से होल्ड करें. बीच से ज्यादा कसकर पकड़ने से पैमाना आपके हाथ में टूट भी सकता है.
(Disclaimer: यह जानकारी फूड एंड वाइन एक्सपर्ट्स के हवाले से दी गई है. इसका मकसद किसी भी तरीके से शराब पीने को बढ़ावा देना नहीं है.)