
'टल्ली होकर गिरने से समझी हमने ग्रैविटी...', फिल्मी गीतों में भले ही पीने की वाजिब वजहें बताकर इसे मुनासिब ठहराने की कोशिशें की जाती रही हों, लेकिन सच यही है कि शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. बहुत सारे लोगों के लिए उनके शराब पीने का सार्वजनिक होना भी 'अपराध बोध' की वजह बनता है. ऐसे में एक ऐसे हार्ड ड्रिंक का जिक्र जरूरी है, जो कुछ लोगों को कम 'अपराध बोध' कराता है. 'मैं तो बस बीयर पीता हूं' वाली दलील आपने कई बार अपने आसपास सुनी होगी. हालांकि, अल्कॉहल की कम प्रतिशतता ही बीयर के दुनिया भर में कद्रदान होने की इकलौती वजह नहीं. बीयर पूरी दुनिया में सबसे मशहूर एल्कॉहलिक ड्रिंक्स में शुमार किया जाता है. यह इतना लोकप्रिय है कि दुनिया के कई हिस्सों में बीयर फेस्टिवल्स आयोजित किए जाते हैं. अमेरिका में 7 अप्रैल को नेशनल बीयर डे मनाया जाता है तो अगस्त में इंटरनैशल बीयर डे सेलिब्रेट किया जाता है.
बीयर के लिए अलग-अलग गिलास क्यों
गूगल बता रहा है कि 28 सितंबर को भी नेशनल ड्रिंक बीयर डे है. कहने की जरूरत नहीं कि पूरी दुनिया में बीयर कितनी लोकप्रिय है. एल, लागर, स्टाउट, वीट, पिल्सनर...स्वाद और बनाने के तरीके के आधार पर इसके एक से बढ़कर एक प्रकार हैं. ठीक वैसे ही इसे पीने के लिए भी एक से बढ़कर एक किस्म के गिलास उपलब्ध हैं. किसी एक ड्रिंक को पीने के लिए इतने अलग-अलग शेप-साइज के गिलासों की क्या जरूरत है? सबसे पहली बात तो यही है कि यहां सारा खेल मनोविज्ञान का है. कल्पना कीजिए कि कोई चाय के कप में बीयर पी रहा हो. बहुत मुमकिन है कि उसे ऐसा करना अच्छा न लगे. दरअसल, पीने के दौरान इंसान की सभी ज्ञानेंद्रियों का इस्तेमाल होता है. शराब का आनंद उठाने की प्रक्रिया में उसे छूना,आंखों से देखना, उसकी महक को महसूस करना आदि सब कुछ शामिल होता है. अपारदर्शी कप में पीने के दौरान बीयर को देखना मुमकिन नहीं है. ऐसे में पीने वाले शख्स को उसका आनंद उठाने की प्रक्रिया बाधित होती हुई महसूस होती है.
बीयर गिलास के कितने प्रकार
दुनिया भर के रेस्तरां और होटलों में बीयर परोसने के लिए पाइंट गिलासों (Pint) का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अधिकतर प्रकार की बीयर का स्वाद इस गिलास में निखर कर आता है. वहीं, पारंपरिक मग (Mug)गिलास का डिजाइन बीयर को ज्यादा से ज्यादा वक्त तक ठंडा रखने में मदद करता है. इसके अलावा, पिल्सनर (Pilsner), वाइजेन (Weizen), स्निफटर (Snifter), आईपीए (IPA), गोब्लेट (Goblet) आदि गिलास में भी बीयर परोसी जाती है.
बीयर के आनंद को कैसे बढ़ाते हैं गिलास
वाइन इंडस्ट्री से जुड़े एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि सही गिलास का चुनाव करने से बीयर के फ्लेवर का पूरा आनंद उठाने की गुंजाइश कई गुना बढ़ जाती है. आइए, अब समझते हैं कि बीयर गिलास के ये अलग-अलग शेप हमारे ड्रिंकिंग एक्सपीरियंस को किस तरह प्रभावित करता है. वाइन एक्सपर्ट्स कहते हैं कि किसी खास आकार के गिलास में किसी खास किस्म की बीयर को पीना ज्यादा मुनासिब होता है. इन गिलास के आकार की वजह से ड्रिंक की चुस्की लेते वक्त इंसान की नाक उस बीयर का सही फ्लेवर महसूस करती है. उदाहरण के तौर पर इंपीरियल ट्यूलिप गिलास. इन खास आकार के गिलास में गिनेस (Guinness) बीयर परोसा जाना बेहतर माना जाता है. दरअसल, गिनेस बीयर में इस्तेमाल मॉल्ट के एरोमा को महसूस करने के लिए इंपीरियल ट्यूलिप गिलास के चौड़े मुंह बेहद मुफीद माने जाते हैं.
अपनी-अपनी बीयर, अपना-अपना गिलास!
कॉकटेल्स इंडिया यूट्यूब चैनल के संस्थापक संजय घोष के मुताबिक, बहुत सारी बीयर बनाने वाली कंपनियां तो इसी वजह से अपने फ्लेवर को एंजॉय करने के मुताबिक उसी हिसाब से गिलास भी तैयार करती हैं. मकसद यह है कि उस खास गिलास में परोसे जाने के बाद लोग उस बियर के कैरेक्टर को बेहतर समझ पाएं और उसके फ्लेवर को सही से महसूस कर सकें. उदाहरण के तौर पर बीयर की महशूर कंपनी कार्ल्सबर्ग एक खास तरह के पिल्सनर (pilsner) गिलास को प्रमोट करती है. पिल्सनर गिलास में बीयर परोसा जाना बेहद आम है. इस तरह के गिलास में लाइट या Lager Beer ही परोसी जाती है. लागर बीयर बहुत हल्के रंग वाली होता है. पिल्सनर गिलास का डिजाइन ऐसा है कि इसमें इस बीयर के कलर और फ्लेवर को ढंग से महसूस किया जा सकता है. वहीं, एक खास डिजाइन वाले जर्मन वाइजन (weizen) गिलास में अधिकतर वीट बीयर (Wheat Beer) ही परोसी जाती है. वीट बीयर के सिग्नेचर कलर, बबल्स और फ्लेवर को बरकरार रखने के लिए इस गिलास की डिजाइन अहम भूमिका निभाती है.