सर्दी के मौसम में इंसान का इम्यूनिटी सिस्टम (Immunity system) काफी कमजोर पड़ जाता है. यही कारण है कि इस मौसम में लोग ज्यादा बीमार पड़ते हैं. आयुर्वेदिक (Ayurveda) चिकित्सकों का कहना है कि इम्यूनिटी तीन प्रकार की होती हैं. सहज (अनुवांशिक रूप से इम्यूनिटी पर असर), कलज (मौसम में बदलाव के के साथ इम्यूनिटी पर असर) और युक्तिकृति (डाइट और योगा के अभ्यास से इम्यूनिटी में बदलाव).
एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर हम आयुर्वेद को अपने लाइफस्टाइल का हिस्सा बना लें तो इम्यूनिटी की समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा मिल सकता है. सर्दियों में इम्यूनिटी की समस्या ज्यादा रहती है, इसलिए आयुर्वेद के मुताबिक आपको डाइट में कुछ चीजें शामिल करने के साथ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए.
शरीर में आधे से ज्यादा इम्यूनिटी डायजेशन की प्रक्रिया द्वारा संचालित होती है. आयुर्वेद पेट में एक 'अग्नि' के साथ पाचन शक्ति को संतुलित करता है. सर्दी के मौसम में हमारा शरीर सुस्त पड़ने लगता है, इसलिए पेट में ये अग्नि अपने शक्ति खोने लगती है. इसलिए इसे जीवित रखने के लिए अपनी डाइट में नैचुरल ऑयल, देसी घी और शुद्ध मक्खन जैसी गुणकारी चीजों को डाइट में जरूर शामिल करें.
सर्दियों में सब्जियों को उबालकर खाना बहुत जरूरी है. सर्दियों में आने वाले फूड से बने सूप, स्ट्यूज और शोरबा का भरपूर सेवन करें. गाजर, चुकंदर, हरी पत्तेदार सब्जियां और अन्य जड़ों वाली सब्जियां बेहद फायदेमंद होती हैं. लेकिन इन सब्जियों उबालकर खाना ज्यादा फायदेमंद होता है.
आयुर्वेद के मुताबिक, इस मौसम में कुछ चीजें खाने से सेहत को दोगुना तेजी से नुकसान होता है. इस मौसम में पैकेटबंद फूड या हफ्तों, महीनों पहले से तैयार फूड खाने से बचना चाहिए. साथ ही आउट ऑफ सीजन फूड खाने से आपकी इम्यूनिटी खराब होगी.
ड्राय फ्रूट्स को जाड़ों की संजीवनी कहा जाता है. सर्दी के मौसम में हर किसी को अपनी डाइट में ड्राय फ्रूट्स शामिल करने चाहिए. काजू, पिस्ता, खजूर, बादाम, अखरोट जैसी चीजें सर्दी में न सिर्फ आपके शरीर को गर्म रखेंगी, बल्कि इम्यूनिटी भी बढ़ाएंगी. इन सभी चीजों का स्वाद बाजार में मिलने वाली महंगी डाइट से काफी अच्छा होता है