छठ पूजा में सूर्य की उपासना की जाती है. आज इस महापर्व का तीसरा दिन है. आज डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा है. छठ पर्व में छठी मां को लगने वाले भोग का विशेष महत्व होता है. इन प्रसाद के बिना छठ की पूजा पूरी नहीं होती है. छठी मैया को चढ़ने वाले ये प्रसाद सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. आइए जानते हैं इन प्रसाद की खासियत.
ठेकुआ- छठ पूजा में ठेकुए का प्रसाद सबसे जरूरी माना जाता है. गुड़ और आटे को मिलाकर ठेकुए का प्रसाद बनाया जाता है. छठ के साथ ही सर्दी की शुरुआत हो जाती है. गुड़ ठंड से बचने और सेहत को सही रखने में मदद करता है. इसलिए प्रसाद में ठेकुए को सेहतमंद माना गया है.
डाभ नींबू- डाभ नींबू बाहर से पीला और अंदर से लाल होता है. प्रसाद के तौर पर छठी मां को डाभ नींबू का अर्पण किया जाता है. बदलते मौसम में डाभ नींबू किसी वरदान से कम नहीं है. इसमें विटामिन C पाया जाता है तो इम्यूनिटी बढ़ाता है और शरीर को कई मौसमी बीमारियां दूर रखता है.
केला- छठी मैया की पूजा में केले को जरूरी माना जाता है. छठी मां को केले का का पूरा गुच्छा चढ़ाया जाता है और इसे प्रसाद के रूप में बांटा जाता है. केले में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है.
नारियल- छठी मइया को नारियल भी चढ़ाया जाता है. नारियल में विटामिन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. नारियल खाने से इम्यून सिस्टम बेहतर होता है.
गन्ना- छठ पूजा में गन्ना चढ़ाना जरूरी होता है. सूर्य को अर्घ्य देते समय पूजा की सामग्री में गन्ने को जरूर शामिल किया जाता है. मान्यता है कि छठी मइया को गन्ना बहुत प्रिय है. छठ पूजा में सूर्य को सबसे पहले नई फसल का प्रसाद चढ़ाया जाता है, इसलिए उन्हें गन्ने का अर्पण किया जाता है. गन्ना सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है. ये लीवर को ठीक रखता है इसके अलावा गन्ने का रस वजन कम करने में भी सहायक होता है.