गर्मियों में पसीना आना एक आम बात है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें पसीना न के बराबर आता है. अगर आप ये सोचते हैं कि पसीना आना एक समस्या है तो आपको बता दें कि पसीना आना स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी और फायदेमंद है.
विशेषज्ञ मानते हैं कि पसीने के साथ ही हमारे शरीर में मौजूद अशुद्धियां त्वचा के रोम-छिद्रों के माध्यम से निकल जाती हैं. इससे त्वचा को भी फायदा होता है.
एक अध्ययन के मुताबिक, जिन लोगों को पसीना आता है वे उन लोगों की तुलना में कहीं ज्यादा सेहतमंद होते हैं जिन्हें पसीना नहीं आता. ये एक बेहद जरूरी जैविक क्रिया है जिससे दूसरी शारीरिक क्रियाएं बेहतर बनी रहती है.
ऐसे में जब अगली बार आप पसीने से तर हों तो बेचैन होने के बजाय सोचें कि ये एक जरूरी जैविक क्रिया है लेकिन क्या आप ये नहीं जानना चाहेंगे कि जिन्हें पसीना नहीं आता है, उन्हें क्या-क्या खतरे हो सकते हैं?
पसीना नहीं आना हो सकता है खतरनाक
1. अगर आपको पसीना नहीं आता है तो आपको धूप लगने का खतरा कहीं अधिक है. जिन लोगों को पसीना नहीं आता है उनके शरीर का तापमान कम नहीं हो पाता है. यही वो माध्यम है जिससे हमारे शरीर का अंदरुनी तापमान नियंत्रित होता है.
2. कम ही लोगों को पता होगा कि पसीना आने से हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. ये रोगाणुओं का सफाया करने का काम भी करता है जिससे हम कई तरह की बीमारियों से बच जाते हैं. ऐसे में जिन लोगों को पसीना नहीं आता है वे अपेक्षाकृत जल्दी बीमार पड़ते हैं.
3. अगर आपको पसीना नहीं आता है तो आपको विभिन्न प्रकार के चर्म रोग हो सकते हैं. पसीने के साथ ही शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकल जाते हैं. इसके अलावा रोम छिद्रों में भरे धूल और धुएं के कण भी पसीने के साथ निकल जाते हैं. जिससे कील-मुंहासों की समस्या नहीं होने पाती है.
4. पसीने के माध्यम से हमारे शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा सॉल्ट बाहर निकल जाता है. जिन लोगों को पसीना नहीं आता है उनके शरीर में सॉल्ट और कैल्शियम की मात्रा बहुत बढ़ जाती है. ऐसे में उन्हें किडनी स्टोन होने का खतरा भी बढ़ जाता है.
5. अगर आपको पसीना नहीं आता है तो आपके घाव भरने में भी वक्त लगता होगा. स्वेद ग्रंथियों में स्टेम सेल्स भी होती हैं जो घावों को जल्दी भरने में मदद करती हैं. ऐसे में पसीना नहीं आना चिंता की बात हो सकती है.