
करीब एक साल से चल रहे लॉकडाउन के दौरान हम सब घर में कैद हैं. इस दौरान किसी ने नए शौक अपनाए हैं तो किसी ने नया रास्ता खोज लिया है. बारामती के पास गोखली गांव की छह साल की एक बच्ची ने इसी दौर में खुद को एक फिटनेस फ्रीक गर्ल के तौर पर साबित किया है. इस छोटी सी गुड़िया ने साइकिलिंग, पुशअप्स, स्विमिंग से लेकर रस्सी कूद तक, हर फील्ड में खुद को धाकड़ साबित किया है.
महज छह साल की स्वरा योगेश भागवत ने लोगों को राह दिखाई है कि कोरोना महामारी के दौरान अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कैसे बढ़ा सकते हैं. स्वरा जिला परिषद के एक स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ती हैं. स्वरा के पिता योगेश भागवत एसटी डिपो में कंडक्टर के पद पर कार्यरत हैं.
स्वरा के परिजन कहते हैं कि उसने बेहद कम उम्र में ही तैराकी सीख ली थी. उसके योगाभ्यास और व्यायाम के प्रति लगाव की वजह से घर के लोग उसे व्यायाम का प्रशिक्षण देकर प्रोत्साहित करने लगे. स्वरा भी इस उम्र में योग साधना और व्यायाम के हर तरीके सीख रही है. लॉकडाउन में 20 तरह की रस्सियों पर उछलना-कूदना भी इस बच्ची ने सीखा है. स्वरा के पिता योगेश उसे फिजकल ट्रेनिंग दे रहे हैं.
साइकिल रेसिंग में भी लेती है हिस्सा
नवंबर 2020 में स्वरा ने साढ़े दस घंटे में 140 किलोमीटर साइकिल चलाई. वहीं, दिसंबर माह में साइकिल क्लब द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में स्वरा ने साढ़े छह घंटे में 81 किमी की दूरी तय की थी. उसके बाद स्वरा हर रोज 4 घंटे योगासन और प्राणायाम और अलग-अलग प्रकार के व्यायाम करती है.
स्वरा सुबह पांच बजे उठने के बाद हेल्दी डाइट लेती है, फिर जिम जाती है. जिम से लौटने के बाद पांच राउंड की रनिंग करती है. फिर रस्सी पर 20 तरह की अलग अलग छलांग लगाती है. आठ किलोमीटर साइकिल भी चलाती है. वह एक घंटे का मेडिटेशन, ट्रेकिंग, स्विमिंग, पुशअप्स, रनिंग और योगा भी करती है.
4 घटे करती है वर्कआउट!
स्वरा की मां राणी भागवत बताती हैं कि स्वरा कम उम्र में दिन में चार घंटे वर्कआउट करती है. इसके लिए उसे हेल्दी डाइट दी जाती है. सोकर उठते ही उसे बादाम और दूध दिया जाता है. सुबह कसरत के बाद करीब 8 बजे अंडा दिया जाता है. कच्चे अनाज भी बच्ची की डाइट में शामिल हैं. दोपहर में बच्ची खाना खाने के बाद रेस्ट करती है, फिर शाम 7 बजे के करीब मछली दी जाती है. स्वरा का परिवार चाहता है कि वह अभी से ही ओलंपिक के लिए पूरी तरह से तैयार हों और देश की सबसे दमदार खिलाड़ी बने.
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