हमारे देश में ज्यादातर लोगों को मसालेदार खाना खाना ही पसंद होता है. मसालों की खुशबू और उनका तेज स्वाद हमें बहुत पसंद आता है. हम सभी अपने खाने में कई तरह के मसालों जैसे लाल मिर्च, हरी मिर्च, काली मिर्च आदि का इस्तेमाल करते हैं.
हालांकि मसालों का इस्तेमाल करने से खाने का स्वाद दोगुना हो जाता है लेकिन मसालों के इस्तेमाल में बहुत ध्यान देने की जरूरत होती है. कई बार ऐसा होता है कि मसालों के गलत इस्तेमाल से खाने का स्वाद तो बिगड़ता है ही, साथ ही सेहत पर भी गलत असर पड़ता है.
खाने में बहुत अधिक मसाले का इस्तेमाल करने से बेहद कम समय में ही आपको उसके परिणाम दिखने शुरू हो जाते हैं. मसालों के गलत या अधिक इस्तेमाल से जीभ जलने लगती है, आंख और नाक से पानी आने लगता है.
दरअसल, ये सारे लक्षण हमारे शरीर की प्रतिक्रिया होते हैं. जिसके तुरंत बाद हम इन चीजों को मुंह से निकाल देते हैं या फिर पानी का गिलास उठा लेते हैं. पर कई अध्ययनों में कहा गया है कि बहुत अधिक मसालेदार खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीना गलत आदत है.
ऐसे में सवाल यह उठता है कि बहुत अधिक मसालेदार खाने के बाद पानी पीने से होता क्या है? दरअसल, मसालेदार खाने के बाद जब हम पानी पीते हैं तो उसका असर शरीर के दूसरे हिस्सों पर भी पड़ता है. यहां कुछ ऐसे ही कारण दिए जा रहे हैं जिनके आधार पर हम कह सकते हैं कि मसालेदार खाने के बाद पानी पीना खतरनाक हो सकता है:
आखिर कोई चीज तीखी या मसालेदार किस वजह से होती है ?
कैप्सेसिन नामक एक रासायनिक तत्व की वजह से ही कुछ चीजें स्वाद में तीखी और तेज होती हैं. जब हम ऐसी कोई भी चीज खाते हैं तो हमारे दिमाग को एक संदेश मिलता है और हमें तीखे स्वाद की अनुभूति होती है.
क्या पानी पीना वाकई कारगर और सही उपाय है?
कैप्सेसिन एक नॉन-पोलर अर्थात अध्रुवीय तत्व है. यह केवल ऐसे ही तत्व में घुलनशील होता है जो अध्रुवीय हो. पर पानी तो ध्रुवीय यौगिक है. ऐसे में ये ज्वलनशीलता को कम करने के लिए यह कारगर नहीं होता है. इसका सीधा मतलब यह है कि तीखा खाने के बाद पानी पीने का कोई फायदा नहीं होता है.
पर मसालेदार खाना खाने के बाद पानी पीने से होता क्या है?
जलन में राहत दिलाने के स्थान पर पानी उस तीखेपन को मुंह के दूसरे हिस्सों में फैला देता है. तीखा लगने के बाद इंसान को प्यास ज्यादा लगती है. पर यह कोई कारगर उपाय नहीं है.
कैसे कम करें मसालों की जलन?
अगर आपको कुछ मसालेदार खाने के बाद तीखा लग रहा है तो ऐसे में बेहतर होगा कि आप उसे कम करने के लिए किसी नॉन-पोलर चीज का इस्तेमाल करें. ऐसे में दूध पीना कारगर होगा. यह एक नॉन-पोलर पेय है जो कैप्सेसिन को अपने में घोल लेता है.
दूध के सेवन से आपको तुरंत राहत महसूस होगी. इसके अलावा पनीर खाना या दूसरे डेयरी उत्पादों के इस्तेमाल से भी तीखेपन को कम किया जा सकता है.