चीन भले ही दुनिया का सबसे प्रदूषित देशों की सूची में अव्वल हो, पर भारत में हालात भी कुछ ठीक नहीं हैं.
मेडिकल जरनल 'द लैंसेट' में प्रकाशित एक अध्ययन की
रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं.
स्टडी में हुआ खुलासा, प्रदूषण से भारत में मर रहे हैं सबसे ज्यादा लोग
अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार भारत में वायु प्रदूषण की वजह से हर एक मिनट में दो लोगों की जान जाती है.
अध्ययन की रिपोर्ट साल 2010 के डाटा पर आधारित है.
रिपोर्ट जारी होने के बाद 'वर्ल्ड बैंक' ने अनुमान लगाया है कि इसकी वजह से आने वाले समय में भारत को करीब 38 बिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है.
रिपोर्ट के अनुसार समय पूर्व होने वाली मृत्यु के लिए वायु प्रदूषण दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वजह बन गई है.
आंकड़ों की मानें तो वैश्विक स्तर पर हर दिन वायु प्रदूषण की वजह से करीब 18,000 लोग मर जाते हैं. व
वर्ल्ड बैंक के अनुसार ग्लोबल इकोनॉमी को इससे साल में
225 बिलियन डॉलर की चपत लग सकती है.
दिल्ली में प्रदूषण पर सरकार का बड़ा फैसला, आधी गाड़ियां ही चलेंगी रोजाना
हाल ही में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य
मंत्री
अनिल माधव दवे ने संसद में यह माना था कि वायु
प्रदूषण पर नजर रखने के लिए देश सिर्फ 7 करोड़ रुपये
सलाना खर्च करता है.
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यह अध्ययन यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन, सिंघुआ यूनिवर्सिटी और द वर्ल्ड मेटेओरोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन (WMO) समेत कई अन्य संस्थानों के सहयोग से किया गया है.