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स्मॉग के कहर से बचना है तो जरूर खाएं यह चीज

इस स्मॉग में मौजुद केमिकल टॉक्सिन और गाड़ियों से निकलने वाले धुएं की वजह से अस्थमा जैसी बीमारी होने का खतरा भी आम दिनों के मुकाबले काफी बढ़ गया है. जो लोग पहले से ही अस्थमा के शिकार हैं उनके लिए यह स्मॉग किसी जहर से कम नहीं है.

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Representational photo
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दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में एक बार फिर प्रदूषण कि स्मॉग की चादर फैल चुकी है. यह जहरीला स्मॉग लोगों को कई तरह की बीमारियों का शिकार बना रहा है. जहां यह स्मॉग कम होने की जगह बढ़ता ही जा रहा है वहीं इस जहरीले स्मॉग के कारण लोगों को सेहत से जुड़ी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

इस जहरीले स्मॉग का असर सबसे ज्यादा बुजुर्ग और बच्चों पर पड़ता है. अस्थमा के मरीजों के लिए ऐसे समय में बाहर निकलना जान जोखिम में डालने के बराबर हो सकता है.

बता दें कि दिल्ली और आसपास में रहने वाले लोगों के फेफड़ों पर इस जहरीली हवा में सांस लेने के कारण बहुत बुरा असर पड़ रहा है. एयर क्वालिटी इंडेक्स की मानें तो दिल्ली के कुछ इलाकों में प्रदूषण का स्तर 999 तक पहुंच चुका है.

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इस स्मॉग में मौजुद केमिकल टॉक्सिन और गाड़ियों से निकलने वाले धुएं की वजह से अस्थमा जैसी बीमारी होने का खतरा भी आम दिनों के मुकाबले काफी बढ़ गया है. जो लोग पहले से ही अस्थमा के शिकार हैं उनके लिए यह स्मॉग किसी जहर से कम नहीं है.

लेकिन इस स्मॉग से इतना ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं हैं क्योंकि हम आपको कुछ ऐसा बता रहें कि जिसे खाकर आप अपने फेफड़ों को स्मॉग से होने वाली बीमारियों को बचा सकते हैं.

जहरीले स्मॉग से बचने के लिए यह खाएं:

जहरीली स्मॉग से बचने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी और फायदेमंद है गुड़. जी हां, अपनी डाइट में गुड़ को शामिल करके आप स्मॉग से होने वाली परेशानियों से बच सकते हैं. क्योंकि गुड़ में एंटी एलर्जिक गुण शामिल होते हैं, जिस वजह से ये अस्थमा रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है. साथ ही गुड़ में आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है. आयरन खून में हीमोग्लोबिन का लेवल सामान्य करता है. जिस वजह से खून में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ जाता है. साथ ही इससे शरीर को एनर्जी भी मिलती है.

भारत के राष्ट्रपति के फीजिशियन रह चुके डॉ. एम वाली ने लोगों को दिन में 2 से 4 ग्राम गुड़ खाने की सलाह दी है. क्योंकि गुड़ हमें प्रदूषण से होने वाली कई तरह की बीमारियों से दूर रखने में मदद करता है.

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यह बात कई स्टडीज में भी साबित हो चुकी है कि हर दिन गुड़ खाने से हवा में फैली प्रदूषण का सेहत पर ज्यादा असर नहीं होता है.

इसलिए शायद हमारे बुजुर्ग हमेशा खाने के बाद गुड़ जरूर खाते हैं और साथ ही सबको गुड़ खाने की सलाह भी देते हैं.

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