तनाव मुक्त रहने के लिए सुबह का नाश्ता बहुत जरूरी होता है. एक शोध के मुताबिक सुबह उठकर अच्छा नाश्ता करने वाले चुनौती वाली परिस्थियों का सामना मजबूती से करते हैं.
शोध में सामने आया है कि अच्छा नाश्ता करने वाले तनाव और चुनौती वाली परिस्थिति में 89 प्रतिशत तनाव मुक्त करते हैं. नाश्ता करने वाले लोग किसी भी कंफ्यूजन वाले मौके पर 7 प्रतिशत जल्दी निर्णय लेते हैं, उस दिन के मुकाबले जब वो नाश्ता नहीं करते हैं.
इस शोध से जुड़े प्रतिभागियों पर लगातार दो दिन तक टेस्ट किए गए. एक दिन उन्हें नाश्ता कराया गया और दूसरे दिन नाश्ता नहीं करवाया गया. इसमें सामने आया कि नाश्ता करने वाले 61 प्रतिशत इंग्लिश और एरिथमेटिक टेस्ट अच्छे हुए. इसके साथ ही आंख और हाथ का समन्वय भी एकदम ठीक था.
वहीं, नाश्ता न करने वालों ने माना कि वो 25 टेस्ट में ठीक ढंग से एकाग्र होकर काम नहीं कर पाए. ब्रिटेन में 2000 लोगों पर पोल करने पर सामने आया कि 48 प्रतिशत व्यस्क नाश्ता नहीं करते हैं. ऐसे लोग तनाव में रहते हैं, सुस्त महसूस करते हैं, काम में ध्यान नहीं दे पाते हैं. शोध में पता चला कि नाश्ता न करने का सबसे ज्यादा असर 25 से 34 साल के लोगों पर होता है.