आज की तारीख में स्तन कैंसर एक चिंता का विषय है. महिलाओं में स्तन कैंसर की समस्या बढ़ रही है. ये एक बहुत संवेदनशील मामला है. वैज्ञानिक, महिलाओं में स्तन कैंसर के खतरे की पहचान करने के लिए विभिन्न तकनीकों और विधियों के विकास कर रहे हैं. वैज्ञानिक अब एक आसान रक्त परीक्षण लेकर आए हैं , जिसके जरिए आपको भविष्य में स्तन कैंसर होगा या नहीं इसका पता लगाया जा सकता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, स्तन कैंसर विकसित और अल्प विकसित दोनों देशों की महिलाओं में सबसे आम कैंसर है और लंबे समय से वैज्ञानिक रोग के प्रारंभिक उपचार और बेहतर रोकथाम के लिए नई-नई विधियां लेकर आ रहे हैं.
कोपेनहेगन विश्वविद्यालय में एक प्रोफेसर के अनुसार ये विधि मैमोग्राफी की तुलना में बेहतर है. उन्होंने कहा कि विधि का परीक्षण कई महिलाओं पर किया गया है और ये सफल रहा है. इसका व्यावहारिक रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है. ये विधि डेनिश कैंसर सोसायटी के सहयोग से विकसित की गई है.
शोधकर्ताओं ने ये विधि खाद्य विज्ञान से अपनाया है. असल में इसमें जैविक डेटा की बड़ी मात्रा का विश्लेषण किया जाता है. अक्सर स्वास्थ्य और चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में ऐसा किया जाता है. इस जांच में शोधकर्ता रक्त के नमूने के बजाय सभी यौगिकों का विश्लेषण करता है.
जहां मैमोग्राफी स्तन कैंसर की संवेदनशीलता का पता 75 फीसदी तक लगा सकता है. वहीं, ये नए रक्त परीक्षण स्तन कैंसर की संवेदनशीलता का पता 80 फीसदी तक लगा सकता है.