ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे फिगर्स के आधार पर टोबैको एटलस के पांचवें एडिशन ने खुलासा किया है कि साल 2009-10 की तुलना में साल 2013 में भारतीय पुरुषों में धूम्रपान का दर काफी गिरा है. लेकिन वहीं धूम्रपान करने वाली महिलाओं की संख्या में उतना ही इजाफा हुआ है.
तंबाकू या स्वास्थ्य पर 16 वें विश्व सम्मेलन के मौके जिस एटलस को जारी किया गया था, वो 'तम्बाकू महामारी' के पैमाने को बताती है, स्वास्थ्य, गरीबी, सामाजिक न्याय और पर्यावरण पर इसके हानिकारक प्रभाव को ट्रैक करती है, तम्बाकू नियंत्रण पर हो रही प्रगति को मापती है, और तम्बाकू उद्योग की साजिशों का मुकाबला करने के लिए उपाय खोजती है.
2013 के आंकड़ों के मुताबिक, एटलस के हिसाब से भारत में 23.2 वयस्क पुरुष धूम्रपान करते हैं. ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे (जीऐटीएस) द्वारा निकाली गई फैक्ट शीट के हिसाब से 2009-10 में भारत में 24.3 प्रतिशत पुरुष धूम्रपान करते थे. इसके ठीक विपरीत टोबैको एटलस के मुताबिक धूम्रपान करने वाली महिलाओं का प्रतिशत 3.2 है, जो कि जीऐटीएस द्वारा निकाली गई फैक्ट शीट के हिसाब से 2009-10 में 2.9 प्रतिशत था.
धूम्रपान करने वाली महिलाओं कि संख्या में इजाफा पूरी दुनिया में देखा जा रहा है. हालांकि इसमें जापान जैसे देश शामिल नहीं हैं, जहां पिछले कुछ सालों से यह आंकड़े स्थिर रहे हैं. एटलस ने हिसाब लगाया है कि फेफड़ों के कैंसर कि वजह से ज्यादा महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर का शिकार हो रही हैं.