चेहरा शरीर का ऐसा हिस्सा है जिसे लोग दिन में कई बार देखते हैं. चेहरे को सही रखने के लिए लोग तरह-तरह की कोशिश करते हैं. चेहरे की कई चीजें सेहत के बारे में बताती हैं. जैसे कि खुश होने पर चेहरा ग्लो करने लगता है. वहीं, थकान, दुखी या फिर बीमार होने पर चेहरे की रौनक गायब हो जाती है. इसके अलावा भी चेहरे की कई छोटी-छोटी चीजें आपकी अंदरूनी सेहत का हाल बताती हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में.
पीला चेहरा और आंखें- ये पीलिया का एक खास लक्षण है. शरीर में बहुत सारे अपशिष्ट पदार्थों के जमा होने और लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने के कारण चेहरा और आंखें पीली दिखती हैं. पीलिया के अलावा ये वायरल इंफेक्शन, लिवर, गाल ब्लेडर, पैनक्रियाज डिसऑर्डर या फिर लिवर सिरोसिस से भी जुड़ा हो सकता है.
चेहरे के बालों का झड़ना- अगर आपकी पलकें या भौहें झड़ रही हैं या फिर चेहरे के बालों पर पैच आ रहे हैं तो ये एलोपेसिया एरीटा का संकेत हो सकता है. ये तब होता है जब इम्यून सिस्टम हेयर फॉलिकल यानी त्वचा के अंदर वाले हिस्से को निशाना बनाता है. डॉक्टर इसके लिए हेयर फॉलिकल बनाने वाली कुछ दवाएं देते हैं.
सूजी हुई आंखें- आमतौर पर आंखों के निचले तरफ पाए जाने वाले लिक्विड की वजह से आंखे फूली या सूजी हुई दिखाई देती हैं. इसके अलावा सूजी हुई आंखों की और भी वजहें होती हैं जैसे कि अधूरी नींद, बहुत ज्यादा नमक का सेवन, हार्मोनल बदलाव, गर्म और उमस का वातावरण, बुढ़ापा, एलर्जी, मेकअप या फिर आंखों में साबुन चले जाने से भी आंखों में सूजन आ जाती है.
चेहरे पर अनचाहे बालों का बढ़ना- चेहरे पर अजीब और बेढंग तरीके से उगने वाले बाल हर किसी को परेशान करते हैं. कुछ पुरुषों के कान और भौंहों के आसपास बाल बढ़ने लगते हैं. वहीं कुछ महिलाओं की चिन पर बाल आने लगते हैं. ये स्थिति इतनी गंभीर नहीं है लेकिन महिलाओं में ये पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) का संकेत हो सकता है.
होंठों का सूखना और खून निकलना- आमतौर पर सर्दियों के मौसम में होंठ फटने या सूखने लगते हैं. पेट्रोलियम जेली, नारियल तेल या बाम से इन्हें मॉइस्चराइज किया जा सकता है. ऐसे होंठ सेहत से जुड़ी कुछ दिक्कतों की तरफ भी इशारा करते हैं जैसे कि डिहाइड्रेशन, एलर्जी या फिर किसी दवा का रिएक्शन.
तिल या मस्से- तिल या मस्से चिंता का कारण नहीं होते हैं क्योंकि ज्यादातर लोगों में जन्मजात होते हैं और ये सेहत को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं. हालांकि, अगर आपको लगता है कि आपके तिल या मस्से के रंग या आकार में कोई बदलाव हो रहा है या फिर आपको उसमें दर्द महसूस हो रहा है तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. ये कैंसर का भी लक्षण हो सकता है.
फुन्सी- चेहरे पर बार-बार होने वाले फुन्सी या छाले हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस की वजह से हो सकते हैं. मुंह पर होने वाला हर्पीस एक संक्रामक रोग है जो लार या शरीर के तरल पदार्थ के जरिए फैलता है. ये वायरस शरीर के अंदर निष्क्रिय तौर पर रहता है लेकिन जब बीमारी या थकान के वक्त ये वायरस सक्रिय हो जाता है और इससे घाव जैसे लक्षण दिखने लगते हैं.
पलकों का लटकना- इस स्थिति को ब्लेफेरोप्टोसिस भी कहते हैं. इसकी वजह से आंखों से कम दिखाई देता है. कुछ लोगों में ये जन्मजात होता है और इससे किसी भी तरह का नुकसान नहीं होता है. हालांकि कुछ लोगों में ये दिमाग, तंत्रिकाओं या आई सॉकेट में समस्या का संकेत दे सकता है. अगर आपको कमजोर मांसपेशियों, निगलने में परेशानी, तेज सिरदर्द, या दोहरी दृष्टि जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.
पलकों पर सफेद गांठ बनना- कुछ लोगों की पलकों के आसपास सफेद धब्बे या गांठ बनने लगते हैं. इसे जैंथिलास्मा भी कहते हैं. ये हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से होता है. इनमें दर्द नहीं होता है और ये दवाओं से हटाया भी जा सकता है. कभी-कभी ये दिल से जुड़ी बीमारियों या फिर हार्ट अटैक का भी संकेत देते हैं.