पूरी दुनिया में दिल की बीमारी से हर दिन लाखों लोग मरते हैं. हाई ब्लड प्रेशर, बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज जैसी समस्या इस खतरे को और बढ़ा देती हैं. कुछ लोगों में ये फैमिली हिस्ट्री की वजह से होता है तो कुछ लोग अपनी आदतों की वजह से इस बीमारी को न्यौता देते हैं. हालांकि हर दिन कुछ बातों पर ध्यान देकर आप इस खतरे को बहुत हद तक कम कर सकते हैं.
ज्यादा फाइबर वाली डाइट लें- अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन हफ्ते में कुछ दिन सिर्फ सब्जियां और साबुत अनाज खाने की सलाह देता है ताकि शरीर में ज्यादा से ज्यादा फाइबर की मात्रा जा सके. एसोसिशन के अनुसार फुल डेयरी प्रोडक्ट्स और मीट में सैचुरेटेड फैट होता है जो कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने का काम करता है. सब्जियों की ज्यादा मात्रा कोलेस्ट्रॉल को कम कर दिल की बीमारियों से बचाती है. एक्सपर्ट्स डाइट में ओटमील्स, साबुत अनाज, ब्राउन राइस, बीन्स, दाल और फलों को शामिल करने की सलाह देते हैं. ध्यान रखें कि फाइबर प्लांट फूड में ही होता है, मीट में नहीं.
वजन पर ध्यान दें- बहुत ज्यादा वजन बढ़ जाना भी दिल के लिए खतरनाक होता है. दिल की बीमारी के अलावा मोटापा स्ट्रोक और डायबिटीज का खतरा भी बढ़ाता है. हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार के जब आप वजन कम करने की कोशिश करते हैं तो चीजें अपने आप ठीक होने लगती हैं. वजन कम करने पर ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है, ग्लूकोज का स्तर नीचे आ जाता है और गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है.
हर दिन एक्सरसाइज करें- अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन हर दिन एक्सरसाइज करने की सलाह देता है. फिट रहने से दिल की सेहत में भी सुधार आता है क्योंकि ये ब्लड प्रेशर कम करता, वजन कम करता है, कोलेस्ट्रॉल कम करता है साथ ही ब्लड शुगर और तनाव भी कम करता है. एक्सरसाइज के अलावा आप हर दिन टहलने भी जा सकते हैं. आप 10-10 मिनट के लिए सुबह, दोपहर और रात तीनों समय वॉक पर जा सकते हैं.
न्यूट्रिशन लेबल पढ़ें- हार्ट हेल्दी डाइट का मतलब है कि आप अपने सोडियम, शुगर और फैट की मात्रा पर नजर रखें. ये सारी चीजें ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती हैं. ताजे चीजों की तुलना में पैक्ड फूड सेहतमंद नहीं होते हैं. इसलिए इन्हें खरीदने से पहले इन पर लगा लेबल जरूर पढ़ लें ताकि आपको पता रहे कि आप क्या खाने जा रहे हैं. कुछ फूड आइटम्स लो फैट होते हैं लेकिन उनमें कैलोरी की मात्रा ज्यादा होती है. इसी तरह कुछ फूड आइटम्स में कैलोरी कम होती है लेकिन सोडियम ज्यादा होता है.
अच्छी नींद लें- नींद ठीक से ना पूरी होने पर हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक, डायबिटीज, हार्ट फेलियर और स्लीप डिसऑर्डर का खतरा बढ़ जाता है. स्लीप डिसऑर्डर होने पर खून में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगती है. ऐसा होने पर शरीर में स्ट्रेस हार्मोन बनता है जो दिल की बीमारियों को बढ़ाता है. स्लीप एपनिया होने पर जोर-जोर से खर्राटे आते हैं जिसकी वजह से नींद ठीक से नहीं आती है. अगर आपको भी ये समस्या है तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.
सीमित मात्रा में रेड वाइन लें- कुछ मात्रा में रेड वाइन को दिल के लिए सेहतमंद माना जाता है. हालांकि इस बात के मिलेजुले प्रमाण हैं. कुछ स्टडीज के मुताबिक रेड वाइन में पाया जाने वाला रेसवेरेट्रॉल इंफ्लेमेशन कम करता है. इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाते हैं. हालांकि अगर आप अल्कोहल नहीं पीते हैं तो इसकी शुरूआत बिल्कुल भी ना करें बल्कि एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट के जरिए दिल की सेहत सुधारें.
तनाव कम करने के तरीके ढूंढें- तनाव हमारी जिंदगी का हिस्सा है लेकिन बहुत ज्यादा तनाव सेहत के लिए बहुत खतरनाक होता है. ये ब्लड प्रेशर के साथ-साथ ओवरइटिंग और स्मोकिंग की आदत भी बढ़ाता है. तनाव लेने से स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल बनता है जो कोलेस्ट्रोल, ट्राइग्लिसराइड्स, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर बढ़ाता है. इसलिए, हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए तनाव कम करना बहुत जरूरी है.
स्मोकिंग बंद करें- दिल के लिए सबसे खतरनाक स्मोकिंग करना होता है. ये धमनियों को सही रखने वाली कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और ब्लड क्लॉटिंग को बढ़ाता है. इसकी वजह से हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है. सिगरेट ना सिर्फ आपको बल्कि आपके आसपास मौजूद लोगों को भी नुकसान पहुंचाता है. अगर आपको सिगरेट छोड़ने में दिक्कत हो रही हो तो एक्सपर्ट की मदद ले सकते हैं.