आज धनतरेस का त्योहार मनाया जा रहा है. धनतेरस को धन्वंतरि जयंती के रूप में भी जाना जाता है. भगवान धन्वंतरि को आरोग्य, सेहत, आयु और तेज का आराध्य देव माना गया है. 2016 से ही धन्वंतरि जयंती के दिन हर साल राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है. सेहत से जुड़ी किसी भी प्रकार की दिक्कत के लिए आयुर्वेद उपचार को सबसे बेहतर माना जाता है. आइए जानते हैं उन 5 जड़ी बूटियों के बारे में जो इम्युनिटी को मजबूत बनाती हैं और शरीर को संक्रमण से दूर रखती हैं.
अश्वगंधा- अश्वगंधा को आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का राजा कहा जाता है. शरीर के सूजन और जलन को कम करने और इम्युनिटी बढ़ाने में अश्वगंधा बहुत फायदेमंद है. इस जड़ी बूटी को एक एडेपोजेन माना जाता है, जो शरीर के सभी विकारों को कम करता है. शोध से पता चला है कि अश्वगंधा तनाव और चिंता को कम करना जिससे नींद अच्छी आती है. अश्वगंधा ब्लड शुगर को भी कंट्रोल करता है. Photo-Formulate Health/Flickr
हल्दी- औषधीय गुणों से भरपूर हल्दी को सबसे प्रभावी आयुर्वेदिक उपचारों में से एक माना जाता है. हल्दी कैंसर, हृदय रोग के खतरे को कम करने के साथ ही खांसी और सर्दी का सबसे अचूक इलाज है. हल्दी में करक्यूमिन होता है जो एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट का प्रमुख स्त्रोत होता है. हल्दी सेहत की कई समस्याओं को दूर कर इम्युनिटी को बढ़ाने का काम करती है.
ब्राह्मी- ब्राह्मी को ब्रेन बूस्टर के नाम से भी जाना जाता है. ब्राह्मी का पौधा औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है. शोध और स्टडीज में पता चला है कि ब्राह्मी में काफी मात्रा में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. ब्राह्मी इम्युनिटी को बढ़ाती है और शरीर को संक्रमण और बीमारियों से दूर रखती है. इसके नियमित सेवन से पाचन संबंधी दिक्कतें दूर होती हैं.
नीम- नीम को उसके गुणों की वजह से इम्युनोमोड्यूलेटर भी कहा जाता है यानी जिसकी इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में अहम भूमिका होती है. नीम इम्युनिटी बढ़ाने के साथ-साथ शरीर को अंदर से ठंडक पहुंचाती है. नीम में शक्तिशाली रोगाणुरोधी प्रभाव होता है जो कई प्रकार के बैक्टीरिया, वायरस और संक्रमण के इलाज में प्रभावी होती है. नीम में मजबूत एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो हृदय रोग और कैंसर जैसी पुरानी बीमारियों को भी ठीक करने में कारगर माना जाता है.
तुलसी- भारत में तुलसी लगभग हर घर में पाई जाती है. हिंदू धर्म में तुलसी की पूजा की जाती है. इम्युनिटी बढ़ाने के लिए तुलसी सबसे अच्छी औषधी मानी जाती है. तुलसी शरीर के लिए कई तरीके से फायदेमंद है. तुलसी अस्थमा, ब्रोंकाइटिस जैसे श्वसन संक्रमण के उपचार में बहुत कारगर है. इसके अलावा तुलसी ब्लड शुगर को भी नियंत्रित रखती है.