वेजिटेरियन फूड को एक सेहतमंद डाइट के रूप में देखा जाता है. लेकिन ज्यादातर लोगों का ध्यान सिर्फ इसके फायदों पर जाता है. जबकि शाकाहारी (Vegetarian) होने के कई बड़े नुकसान भी हैं. एक नई स्टडी के मुताबिक, शाकाहारी या वीगन (vegan) लोगों में बोन फ्रैक्चर (Bone fracture) होने का खतरा ज्यादा होता है.
Photo: Reuters
साल 1993 से 2001 तक ब्रिटिश शोधकर्ताओं ने 50 साल की औसत आयु वाले 54,858 लोगों की डाइट, हेल्थ और बिहेवियर से जुड़ा डेटा एकत्रित किया था. शोधकर्ताओं ने इन सभी लोगों को चार अलग-अलग ग्रुप में बांटकर इनकी हेल्थ को मॉनिटर किया था.
Photo: Samba Koné, Abdoulaye Bana, Stanislas André Touré
पहले ग्रुप में मांस खाने वाले 29,380 लोगों को रखा गया था. जबकि दूसरे ग्रुप में उन 8,037 लोगों को शामिल किया गया था जो मछली खाते थे, लेकिन मांस से परहेज करते थे. तीसरे ग्रुप में 15,499 शुद्ध शाकाहारियों और चौथे ग्रुप में वीगन डाइट (मांस, अंडा और डेयरी प्रॉडक्ट से परहेज करने वाले) फॉलो करने वाले 1,982 लोगों को रखा गया था.
बीएमसी मेडिसिन में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने औसतन 18 वर्षों तक वॉलंटियर्स की हेल्थ को मॉनिटर किया और देखा कि उन्हें कहां और कितनी बार फ्रैक्चर हुआ. साथ ही सेक्स पर उनके कंट्रोल, फिजिकल एक्टिविटी, स्मोकिंग, एल्कोहल का सेवन और डाइट्री सप्लीमेंट की भी निगरानी की गई.
स्टडी में शोधकर्ताओं ने पाया कि वेजिटेरियन लोगों में फ्रैक्चर होने (हड्डी टूटना) का खतरा मांस खाने वालों की तुलना में 9 प्रतिशत ज्यादा था. वीगन डाइट फॉलो करने वालों के लिए तो समस्या और भी बड़ी निकली. वीगन डाइट फॉलो करने वालों में हड्डी टूटने का खतरा 43 प्रतिशत ज्यादा था.
शाकाहारी और मछली खाने वालों में हिप फ्रैक्चर का खतरा लगभग 25 प्रतिशत बढ़ गया था. शाकाहारी लोगों में हिप फ्रैक्चर की समस्या मांस खाने वालों के मुकाबले दोगुनी हो चुकी थी. जबकि वीगन लोगों (डेयरी प्रोडक्ट भी ना खाने वाले) में मांस खाने वालों की तुलना में पैर में फ्रैक्चर की दिक्कत 81 प्रतिशत ज्यादा पाई गई.
ऑक्सफॉर्ड यूनिवर्सिटी के न्यूट्रिशनल एपिडेमायोलॉजिस्ट और शोध के प्रमुख लेखक टैमी वाईएम टॉन्ग कहते हैं, 'वीगन और वेजिटेरियन लोगों को अपनी डाइट में प्रोटीन और कैल्शियम की मात्रा बढ़ानी चाहिए. अगर ये पोषक तत्व उन्हें डाइट से नहीं मिल रहे हैं तो सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल करना चाहिए.'