एक महिला ने अपनी शादी से महज तीन दिन पहले एक बच्चे को जन्म दिया. TLC के यूट्यूब पेज पर अपना दुख जाहिर करते हुए महिला ने बताया कि इस प्रेग्नेंसी को लेकर वह बिल्कुल अंजान थी. 40 साल की लीज़ा मां जरूर बनना चाहती थी, लेकिन उसे ये गलतफहमी हो गई थी कि इस उम्र में उसका मां बनना मुश्किल है.
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लीजा ने अपनी जिंदगी का सबसे खूबसूरत दिन बिगड़ते हुए देखा. लीजा ने बताया कि उसे प्रेग्नेंसी का एक भी सामान्य लक्षण नहीं दिख रहा था. उसका ना तो जी मिचलाता था और नाहीं स्तन में दर्द महसूस हुआ. लीजा ने बताया कि प्रेग्नेंसी की वजह से उसका वजन जरूर बढ़ रहा था.
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लीज़ा ने जब देखा कि उसे दो बार पीरियड्स नहीं हुए हैं, तो उसने एक प्रेग्नेंसी टेस्ट किया, जिसमें रिजल्ट नेगेटिव आया. लीजा ने इसे पेरी-मेनोपॉज का लक्षण समझकर इग्नोर कर दिया. इस घटना के चार महीने बाद जब लीजा को पीरियड नहीं हुए तो उसने फिर से एक प्रेग्नेंसी टेस्ट किया. इस टेस्ट ने लीजा की चिंता बढ़ा दी, क्योंकि उसके सामने रिजल्ट एक बार फिर नेगेटिव ही था.
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लीजा और जेसन की मुलाकात एक रेस्टोरेंट में हुई थी. दोनों की शादी को सिर्फ तीन दिन ही बाकी थे कि अचानक लीजा अपने ही खून में लथपथ हो गई. लीजा ने कहा, 'मुझे अचानक से अपने पैरों के बीच में गर्माहट सी महसूस हुई. वास्तव में यह मेरा खून था.'
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लीजा तुरंत बाथरूम की तरफ दौड़ी और उसकी नजर जैसे ही पैरों पर पड़ी तो उसके होश गुम हो गए. लीजा जिस खून को देखकर इतना घबरा गई थी, वो बिल्कुल नॉर्मल नहीं था. जेसन उसे तुरंत अस्पताल लेकर गया. उसे लगा कि लीजा का मिसकैरेज (गर्भपात) हो गया है.
लीजा से यह जोर देकर कहा गया था कि वो प्रेग्नेंट नहीं है, लेकिन डॉक्टर जैसे ही हार्टबीट चेक करने के लिए आगे बढ़े तो वो हैरान रह गए. उन्हें एक आवाज सुनाई दी. लीजा की अच्छे से जांच करने के बाद डॉक्टर्स ने बताया कि उसके गर्भ में करीब 28 से 30 सप्ताह का भ्रूण पल रहा है.
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डॉक्टर्स ने बताया कि लीजा ने एक टूटे हुए प्लेंसेटा का अनुभव किया था. जब यह समय से पहले ही गर्भाशय से अलग हो जाता है तो महिलाओं को हैवी ब्लीडिंग की दिक्कत झेलनी पड़ जाती है. इसका मतलब हुआ कि गर्भ में पल रहे भ्रूण तक होने वाली ब्लड सप्लाई जल्द ही रुक जाएगी. इसलिए डॉक्टर्स को महिला की प्रीमैच्योर डिलीवरी करनी पड़ी. समय से पहले जन्म के कारण बच्चे का वजन भी 2 किलोग्राम से कम था.
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