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आंखों की इस बीमारी से जूझ रहे राघव चड्ढा, होगी विट्रेक्टॉमी सर्जरी, जानें ये कितनी मुश्किल

आप सांसद राघव चड्ढा आंख की एक बड़ी बीमारी से जूझ रहे हैं. इसका इलाज विट्रेक्टॉमी सर्जरी के जरिए किया जाना है. इसी कड़ी में उनकी एक सर्जरी कुछ दिन पहले हुई थी अब दूसरी सर्जरी शेड्यूल भी हो चुकी है.

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AAP MP Raghav Chadha ( Representative image)
AAP MP Raghav Chadha ( Representative image)

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा इन दिनों अपनी आंखों के इलाज के लिए लंदन गए हुए हैं. हाल ही में उनसे जुड़ा एक बड़ा अपडेट सामने आया है. आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री  सौरभ भारद्वाज ने उनकी आंखों के ट्रीटमेंट को लेकर जानकारी शेयर की है. उन्होंने बताया कि अगर समय रहते उन्हें ट्रीटमेंट नहीं दिया जाता तो उनके आंखों की रोशनी भी जा सकती थी. वह जल्द स्वस्थ होकर वापस आ जाएंगे और पार्टी की गतिविधियों में शामिल होंगे.

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आंखों की किस समस्या से जूझ रहे हैं राघव चड्ढा

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, राघव चड्ढा आंखों में रेटिनल डिटैचमेंट की समस्या से जूझ रहे हैं. विट्रेक्टॉमी सर्जरी के जरिए इसका इलाज किया जाना है. इसी कड़ी में उनकी एक सर्जरी कुछ दिन पहले हुई थी, अब इसके लिए विट्रेक्टॉमी सर्जरी शेड्यूल भी हो चुकी है. बता दें कि विट्रेक्टॉमी सर्जरी आंखों में लेन्स और रेटिना के बीच भर जाने वाले विट्रीस ह्यूमर (जेल जैसा तत्व) को हटाने के लिए किया जाता है. इसके अलावा, जिनकी आंखों का रेटिना प्रभावित हुआ है या फिर देखने में काफी परेशानी हो रही है, उन्हें भी इस सर्जरी को कराने की सलाह दी जाती है.

विट्रेक्टॉमी सर्जरी का क्या है काम

विट्रेक्टॉमी सर्जरी की प्रकिया के दौरान आई स्पेशलिस्ट आंखों के स्केलेरा (आंखों का सफेद हिस्सा) पर एक छोटा सा चीरा लगाता है, ताकि आंखों के अंदर स्पेशलाइज्ड इस्ट्रूमेंट के जाने की जगह बन सके और यह विट्रीस ह्यूमर के सेक्शन को काट सके. यह सर्जरी रेटिना डिटैचमेंट के अलावा मैक्यूलर, प्रोलिफेरेटिव डायबिटिक रेटिनोपैथी जैसी आंखों की दिक्कतों को सही करने के लिए कारगर है.

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सर्जरी के बाद कैसी दिक्कतें आ सकती हैं?

>इस सर्जरी के दौरान दुर्लभ गंभीर इंफेक्शन हो सकता है.
>सर्जरी के बाद मोतियाबंद हो सकता है.
>फिर से रेटिनल डिटैचमेंट की स्थिति आ सकती है जो और गंभीर हो सकता है.
>:सर्जरी के बाद आंखों पर बढ़ा हुआ इंट्राओकुलर दबाव - ग्लूकोमा का कारण बन सकता है.
>सर्जरी के दौरान गैस या सिलिकॉन ऑयल के इस्तेमाल से टेंपरेरी विजन का नुकसान हो सकता है.
>दोबारा सिलकॉन आयल रिमूवल सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है.
>आंख के भीतर रिसाव, घाव या सूजन की स्थिति आ सकती है.

जितनी बरतेंगे सावधानी, उतनी तेजी से होगी रिकवरी

विट्रेक्टॉमी सर्जरी के बाद रिकवरी कितनी जल्दी होगी, यह व्यक्ति के हेल्थ और सर्जरी के दौरान आई कॉम्पलेक्सिटी पर निर्भर करता है. इसे सही होने में तकरीबन हफ्तों से लेकर महीने लग सकते हैं. जल्द रिकवरी के लिए आपको कुछ सावधानियां बरतनी होगी. शुरुआत में सर्जरी के दौरान गैस या ऑयल के इस्तेमाल से ब्लरी विजन की स्थिति बन सकती है. ऐसे में तुरंत घबराएं नहीं. इंफेक्शन या असहज होने की स्थिति में डॉक्टर का दिया हुआ आई ड्रॉप इस्तेमाल करें. आंखों पर ज्यादा दबाव डालने से बचें. डॉक्टर के पास आंखों की स्थिति जानने के लिए रेगुलर विजिट करें.

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