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Anti Obesity Day: डायबिटीज से लेकर कैंसर तक, मोटे लोगों में इन 5 बीमारियों का खतरा सबसे ज्यादा

मोटे लोगों में किसी भी बीमारी के गंभीर होने की संभावना बढ़ जाती है. 26 नवंबर को हर साल एंटी-ओबेसिटी डे (Anti-Obesity Day 2021) मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद लोगों को मोटापे और इससे होने वाली बीमारियों के लिए जागरुक करना है.

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26 नवंबर को एंटी-ओबेसिटी डे (Anti-Obesity Day 2021) मनाया जाता है
26 नवंबर को एंटी-ओबेसिटी डे (Anti-Obesity Day 2021) मनाया जाता है
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 26 नवंबर को मनाया जाता है एंटी ओबेसिटी डे
  • मोटापा है बीमारियों की जड़

Anti Obesity Day: 26 नवंबर को हर साल एंटी-ओबेसिटी डे (Anti-Obesity Day 2021) मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद लोगों को मोटापे और इससे होने वाली बीमारियों के लिए जागरुक करना है. कुछ लोग बहुत कम समय में ही बहुत ज्यादा वजन बढ़ा लेते हैं और इसकी वजह से शरीर सेहतमंद नहीं रहता. आइए जानते हैं कि मोटापा अपने साथ किन-किन बीमारियों को साथ लेकर आता है.

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कोरोनरी धमनी रोग (Coronary Artery Disease)- इस्केमिक स्ट्रोक और कोरोनरी धमनी रोग खतरनाक होते हैं और इनके पीछे की मुख्य वजह मोटापा है. इसमें फैट और कोलेस्ट्रोल धमनियों के अंदर जमा होने लगता है जिसकी वजह से स्ट्रोक का खतरा रहता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार मोटापे की वजह से ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल और दिल की बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है. 

टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes)- टाइप 2 डायबिटीज वाले ज्यादातर मरीज अधिक वजन वाले या मोटे होते हैं. एक्सपर्ट्स के अनुसार वजन कम करने, संतुलित डाइट लेने, पर्याप्त नींद लेने और ज्यादा एक्सरसाइज करने से टाइप 2 डायबिटीज की संभावना कम हो जाती है.

गॉल ब्लैडर की बीमारी (Gallbladder Disease)- हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार मोटे लोगों में गॉल ब्लैडर की बीमारी या पथरी होने का खतरा ज्यादा होता है. हालांकि इस स्थिति में वजन को तेजी से नहीं घटाया जाता है वरना गैल्स्टोन की संभावना और बढ़ जाती है.

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ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis)- ऑस्टियोआर्थराइटिस में घुटने, कूल्हे या पीठ पर असर होता है. मोटापे की वजह से जोड़ों पर इसका अतिरिक्त दबाव पड़ता है जिसकी वजह से हड्डियां लचीली हो जाती हैं. वजन कम करके घुटनों, कूल्हों और पीठ के निचले हिस्से पर पड़ने वाले दबाव को कम किया जा सकता है और ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षणों से बचा जा सकता है.

स्लीप एपनिया (Sleep Apnea)- स्लीप एपनिया एक ऐसी बीमारी है जो सीधे तौर पर मोटापे से जुड़ी है. इसकी वजह से जोर-जोर से खर्राटे आते हैं और सोने के समय लोग ठीक से सांस भी नहीं ले पाते हैं. स्लीप एपनिया से दिन में नींद आती है और हृदय रोग और स्ट्रोक की संभावना अधिक हो जाती है. 

अन्य बीमारियां-  मोटापे की वजह से दिल में जलन और लिवर की समस्याएं भी बढ़ जाती हैं. एक्सपर्ट्स के अनुसार कुछ खास तरह के कैंसर होने का खतरा भी मोटे लोगों में ज्यादा होता है. इसके अलावा ये फर्टिलिटी को भी नुकसान पहुंचा सकता है. स्टडी में महिलाओं में इनफर्टिलिटी और मोटापे के बीच एक खास संबंध पाया गया है. मोटे लोगों में कोरोना के लक्षण भी गंभीर हो सकते हैं. 

 

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