देश भर में कोरोना के मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में वैक्सीनेशन अभियान में और तेजी लाई जा रही है. अभी भी यहां ऐसे काफी लोग हैं जिन्होंने अब तक वैक्सीन की कोई डोज नहीं ली थी लेकिन अब कोरोना के बढ़ते केसेज देखकर वैक्सीन लगवाने आगे आ रहे हैं. 3 जनवरी से 15-18 साल की उम्र के बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू हो चुका है.
हालांकि, वैक्सीन को लेकर तमाम तरह के सवाल भी उठते रहे हैं. हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ बच्चों को एक्सपायर हो चुकी वैक्सीन लगा दी गई है. हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन खबरों को झूठा और भ्रामक बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया था.
अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक्सपायरी डेट की वैक्सीन का मुद्दा उठ चुका है. वहां के ATC वैक्सीनेशन सर्विस ने सरकार को इस गलती की जानकारी दे दी थी. दरअसल 5-10 जून के बीच लोगों को फाइजर की एक्सपायरी डेट वाली वैक्सीन लगा दी गई थी. वैक्सीनेशन सर्विस ने बताया था कि उन्होंने वैक्सीन को बहुत लंबे समय तक फ्रीजर में रखा था. फ्रीज में पड़ी इन वैक्सीन की एक्सपायरी डेट निकल गई थी और वर्कर्स ने बिना चेक किए 899 लोगों को एक्सपायरी वैक्सीन की डोज दे दी थी.
इसके बाद लोगों को एडवाइजरी जारी कर इसकी जानकारी दी गई कि अगर आपने उस अवधि में वैक्सीन की पहली डोज ली है तो इसका सीधा मतलब है कि आपने वैक्सीन की कोई डोज नहीं ली है और आपको फिर से अपना पहला वैक्सीनेशन कराना होगा. वहीं, अगर आपने उस अवधि में दूसरी डोज ली है तो आपको जल्द से जल्द वैक्सीन की तीसरी डोज लगवा लेनी चाहिए. ATC वैक्सीनेशन सर्विस ने एक स्टेटमेंट जारी करके लोगों से माफी भी मांगी थी और कहा था कि वो जल्द से जल्द फिर से अपनी डोज ले लें. कंपनी ने कहा था कि उस एक्सपायरी वाली वैक्सीन से उनकी सेहत को कोई खतरा नहीं है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स- वैक्सीन की एक्सपायरी डेट पर ध्यान देना बहुत जरूरी है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि एक्सपायर होने के बाद कुछ इनग्रेडिएंट्स काम करना बंद कर देते हैं और इसकी वजह से वैक्सीन कम प्रभावी रह जाती है. एक्सपायरी वैक्सीन की वजह से कुछ हानिकारक रिएक्शन भी हो सकते हैं, हालांकि, इस बारे में अभी कुछ ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है. अभी तक कोई भी ऐसा डेटा नहीं मिला है जिसके आधार पर ये कहा जा सके कि COVID-19 की एक्सपायर हो चुकी वैक्सीन (expired COVID-19 vaccine) खतरनाक है.
वैक्सीन की एक्सपायरी डेट कब तक रहती है- ज्यादातर वैक्सीन की एक्सपायरी डेट 2 से 3 साल तक की होती है लेकिन COVID-19 की वैक्सीन (COVID-19 vaccines) के साथ ऐसा नहीं है. इनकी एक्सपायरेशन डेट लगभग 3 से 9 महीने तक होती है. अब कई मैन्युफैक्चरर अपनी वैक्सीन की एक्सपायरेशन डेट बढ़ाने की मंजूरी मांग रहे हैं. कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि एक्सपायरी डेट के कुछ महीने के बाद तक भी वैक्सीन सुरक्षित रहती है.
वैक्सीन लगवाने से पहले रखें इन बातों का ध्यान- अभी भी कुछ लोग अपनी वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के कतार में हैं. वहीं 15 से 18 साल की उम्र के बच्चों के वैक्सीनेशन का काम भी जारी है. आने वाले समय में लोगों को बूस्टर डोज भी दिया जा सकता है. ऐसे में कुछ बातों को ध्यान में रखकर एक्सपायर हो गई वैक्सीन लगवाने की गलतियों से बचा जा सकता है. वैक्सीन लगवाने से पहले हमेशा बॉटल की एक्सपायरेशन डेट पूछ लें. आपको इसकी एक्सपायरी डेट जानने का पूरा अधिकार है.
आमतौर पर आप ग्रॉसरी स्टोर से कोई भी सामान खरीदते समय उसकी एक्सपायरी डेट चेक करते हैं. दुकान का मालिक से आपसे कभी नहीं कहता है कि आप ऐसा क्यों कर रहे हैं या फिर आप एक्सपायरी डेट क्यों जानना चाहते हैं. इसलिए आप वैक्सीन लगवाते समय भी बिना किसी झिझक के वैक्सीन की एक्सपायरी डेट चेक करने को बोल सकते हैं. आपके शरीर में सही चीज जा रही है या नहीं, इससे जानने का पूरा हक आपको है. आमतौर पर वैक्सीन देने वाले हेल्थ केयर वर्कस वैक्सीन की डबल चेकिंग करते हैं लेकिन आपको अपने तरफ से भी सावधान रहने की जरूरत है.