डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो एक बार हो जाए तो पूरी जिंदगी साथ रहती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, हर पांच में से एक इंसान को पता ही नहीं होता कि उसे डायबिटीज है. डायबिटीज में शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता है या फिर जितना इंसुलिन बनता है बॉडी उसका इतना इस्तेमाल नहीं कर पाती है. शरीर में इंसुलिन की कमी से कोशिकाएं प्रतिक्रिया देना बंद कर देती हैं. बहुत समय तक ऐसी स्थिति रहने पर शरीर में दिल, आंखों की कमजोरी या फिर किडनी से जुड़ी कई तरह की गंभीर बीमारियां हो जाती हैं. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ये बीमारी होने के पीछे कुछ खास वजहें होती हैं.
आनुवांशिक बीमारी (Genetics)- हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आपके परिवार में किसी को डायबिटीज है तो फिर आपमें भी ये बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है. वहीं जिन लोगों की फैमिली हिस्ट्री डायबिटीज की नहीं है, उनमें इस बीमारी का खतरा कम होता है.
मोटापा (Obesity)- एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब किसी व्यक्ति का वजन बहुत ज्यादा होता है तो बॉडी को ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मुश्किल होती है. इसकी वजह से ज्यादातर लोग प्री डायबिटीज के शिकार हो जाते हैं. इस कंडीशन पर अगर ब्लड शुगर कंट्रोल नहीं हो पाता है तो डायबिटीज पूरी तरह घेर लेती है.
सुस्त लाइफस्टाइल (Sedentary Lifestyle)- बॉडी को हमेशा एक्टिव रखना बहुत जरूरी है. जो लोग एक्सरसाइज नहीं करते हैं उनमें क्रॉनिक डिजीज होने का खतरा ज्यादा होता है. रिसर्च के मुताबिक जो लोग नियमित रूप से एक्सरसाइज करते हैं वो डायबिटीज से बचे रहते हैं.
बहुत ज्यादा मीठा खाना- बहुत ज्यादा मीठा खाने से ब्लड शुगर बढ़ जाता है. इस शुगर को कंट्रोल करने के लिए शरीर इंसुलिन छोड़ता है. समय के साथ-साथ शुगर की ज्यादा मात्रा शरीर को इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशील बना देते हैं. इससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.
ऐसे करें बचाव (Preventing Diabetes)- डायबिटीज से बचने का सबसे अच्छा तरीका ये होता है कि आप कम उम्र से ही अपनी हेल्थ को गंभीरता से लें. हेल्दी खाने की आदत डालें और हर दिन एक्सरसाइज जरूर करें. बहुत ज्यादा मीठा खाने से बचें, एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाएं और समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप्स कराते रहें.