Diabetes: आजकल के समय में डायबिटीज एक आम समस्या बन चुकी है. गलत खानपान और लाइफस्टाइल के चलते यह समस्या काफी बढ़ने लगी है. डायबिटीज होने पर शरीर में ब्लड शुगर का लेवल काफी ज्यादा बढ़ जाता है. हम जब खाना खाते हैं तो शरीर को ग्लूकोज प्राप्त होता है. इस ग्लूकोज का इस्तेमाल कोशिकाएं शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए करती हैं. शरीर में इंसुलिन ना होने से ये अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाती हैं, जिससे कोशिकाओं को ग्लूकोज नहीं मिल पाता. यह ग्लूकोज हमारे ब्लड में जमा होने लगता है. डायबिटीज होने पर शरीर के लिए भोजन से एनर्जी को बनाना काफी मुश्किल हो जाता है. इससे शरीर में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने लगता है. अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं तो हम आपको एक ऐसी ड्रिंक के बार में बताने जा रहे हैं जिसे पीने से आपके शरीर में ग्लूकोज के स्तर के बढ़ने से रोका जा सकता है.
डायबिटीज के प्रकार
- टाइप-1 डायबिटीज
- टाइप-2 डायबिटीज
- जेस्टेशनल डायबिटीज (प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली हाई ब्लड शुगर की समस्या)
अगर बात टाइप 2 डायबिटीज की करें तो इसमें हमारे खानपान का अहम रोल होता है. कुछ खाद्य पदार्थों का जीआई लेवल काफी ज्यादा होता है जिससे आपके शरीर में ग्लूकोज का स्तर काफी बढ़ सकता है. जीआई से खाद्य पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट कंटेंट की वैल्यू और ब्लड ग्लूकोज लेवल पर पड़ने वाले उसके प्रभाव का पता चलता है. हालांकि कुछ चीजें ऐसी हैं जिनका जीआई लेवल कम होता है, जिसमें अनार का जूस भी शामिल है.
नूट्रिशनिस्ट रॉब हॉब्सन ने Express.co.uk को बताया कि एक शोध के मुताबिक, अनार का जूस मात्र 3 घंटे में ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकता है. लेकिन यह अभी भी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है. रॉब हॉब्सन का कहना है कि अनार के जूस में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. इसमें ग्रीन टी के मुकाबले तीन गुना अधिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं.
रॉब हॉब्सन ने कहा कि ये एंटीऑक्सीडेंट मुख्य रूप से फ्लेवोनॉइड होते हैं और इसमें और भी अलग-अलग चीजें शामिल होती हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि इसमें एंथोसायनिन होता है जो इसे गहरा लाल रंग देत है. रॉब हॉब्सन ने बताया कि रिसर्चर्स का मानना है कि ये एंटीऑक्सीडेंट्स कहीं ना कहीं चीनी के साथ बंध जाते हैं और इंसुलिन लेवल पर ज्यादा असर डालने से बचाते हैं.
एक स्टडी में यह बात भी सामने आई है कि अनार का जूस डायबिटीज के मरीजों के इंसुलिन रेजिस्टेंस (insulin resistance) के खतरे को कम करता है. रॉब हॉब्सन ने बताया इंसुलिन रेजिस्टेंस तब होता है जब आपकी मांसपेशियों और लीवर में मौजूद कोशिकाएं इंसुलिन का जवाब नहीं देती हैं, इसलिए वह खून से ग्लूकोज को आसानी से नहीं ले पातीं.
उन्होंने कहा कि ग्लूकोज जब खून में जमा हो जाता है तो यह काफी खतरनाक साबित हो सकता है. इससे शरीर की कोशिकाएं मरने लगती हैं. ऐसे में डायबिटीज के एक से अधिक पहलुओं के लिए यह रेड ड्रिंक काफी फायदेमंद मानी जाती है.
कितना करना चाहिए अनार के जूस का सेवन
रॉब हॉब्सन ने कहा, एक दिन में एक गिलास अनार का जूस पीना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. इसके अलावा हॉब्सन ने यह भी बताया कि, अगर आप इसका पूरा फायदा पाना चाहते हैं तो मार्केट से इस जूस को लाते समय ख्याल रखें कि उसमें किसी भी चीज की मिलावट नहीं होनी चाहिए और वह बिल्कुल शुद्ध होना चाहिए. मार्केट में आजकल अनार के जूस में भी कई तरह के फ्लेवर्स उपलब्ध होते हैं. इनमें पानी और चीनी की मात्रा काफी अधिक होती है. एक बात के बारे में उन्होंने चेतावनी भी दी कि अध्ययनों में इस बात का पता नहीं लग पाया है कि क्या आप इस जूस को डायबिटीज की दवाई मेटफॉर्मिन के साथ पी सकते हैं या नहीं. ऐसे में इसे पीने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.
इसके अलावा, जर्नल एल्सेवियर में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, अनार के जूस पीने से ब्लड शुगर लेवल को कम किया जा सकता है. विशेषज्ञों के मुताबिक, अनार के जूस का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में फायदेमंद हो सकता है. इस अध्ययन में 12 घंटे के भूखे रहने के बाद डायबिटीज से पीड़ित 85 रोगियों के ब्लड सैंपल लिए गए. इसके बाद 1.5 मिली अनार के जूस के सेवनके एक से तीन घंटे बाद फिर सैंपल जांच किए गए. शोधकर्ताओं मे पाया कि तीन घंटे के बाद लिए गए सैंपल में ब्लड शुगर लेवल में कमी आई.