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कुछ भी खाते ही होने लगती है ब्लोटिंग? इन चीजों से तुरंत बना लें दूरी

ब्लोटिंग आमतौर पर उस स्थिति को कहा जाता है जब कुछ भी खाने या पीने से आपका पेट फूलने लगता है और काफी ज्यादा टाइट हो जाता है. ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें खाने से ब्लोटिंग की समस्या का काफी ज्यादा सामना करना पड़ता है.

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bloating (PC:Getty Images)
bloating (PC:Getty Images)

ब्लोटिंग एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें आपको पेट काफी ज्यादा भरा हुआ और टाइट महसूस होता है. यह समस्या काफी आम है और अधिकतर लोगों को इसका सामना करना पड़ता है. कई बार आपकी ओर से खाया हुआ खाना जब सही तरीके से पच नहीं पाता तो ब्लोटिंग होने लगती है. इससे कई बार आपको असहज महसूस होता है और पेट में दर्द भी होने लगता है. कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें कोई भी चीज खाने के बाद ब्लोटिंग की समस्या का सामना करना पड़ता है, इसके लिए जरूरी है कि आप अपने खानपान का खास ख्याल रखें. कई बार कुछ चीजों को खाने से भी ब्लोटिंग की समस्या बढ़ जाती है.

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क्यों कुछ चीजें खाने से बढ़ जाती है ब्लोटिंग?

हम सभी जानते हैं कि फल और सब्जियों में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे पाचन के लिए अच्छे माने जाते हैं. हालांकि बहुत से लोगों को इन्हें खाकर ब्लोटिंग की समस्या का सामना करना पड़ता है. इसके कई कारण हो सकते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-

हाई फाइबर- कई चीजों में फाइबर की मात्रा काफी ज्यादा होती है जिसे खाने से भी ब्लोटिंग की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.

जटिल कार्ब्स- पेट में ब्लोटिंग होने का एक और कारण जटिल कार्ब्स हैं. जब हम इसका सेवन करते हैं तो पेट के बैक्टीरिया इन्हें फर्मेन्ट करते हैं. जिससे गैस बनती है और ब्लोटिंग होती है. जो लोग  SIBO या IBS जैसी पाचन संबंधित समस्याओं से पीड़ित हैं, उनमें भी कुछ फलों और सब्जियों के प्रति सेंसिटिविटी काफी ज्यादा होती है और इनके सेवन से अपच और ब्लोटिंग हो सकती है.

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FODMAP कैटेगरी वाले फूड्स- ऐसे बहुत से फल और सब्जियां है जो FODMAP कैटेगरी के अंतर्गत आते हैं. इनका सेवन करने से भी ब्लोटिंग की समस्या का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा,  महिलाओं को पीरियड्स के दौरान भी ब्लोटिंग का सामना करना पड़ता है.

इन फल और सब्जियों से होती है ब्लोटिंग

कुछ सब्जियां जैसे फूलगोभी, बंदगोभी, ब्रोकली आदि का सेवन करने से ब्लोटिंग का सामना करना पड़ता है. इसमें जटिल कार्ब्स पाए जाते हैं. जटिल कार्ब्स के कारण इन्हें डाइजेस्ट करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है, जिससे ब्लोटिंग होने लगती है.

बीन्स और दालें- बीन्स, दालें FODMAP कैटेगरी के अंतर्गत आते हैं. इनमें जटिल कार्बोहाइड्रेट होने के कारण इन्हें डाइजेस्ट करना काफी मुश्किल होता है.

प्याज और लहसुन- लहसुन और प्याज में फ्रुक्टेन शामिल होते हैं, एक प्रकार का जटिल कार्बोहाइड्रेट जिसे कुछ लोगों के लिए पचाना मुश्किल होता है जिसके कारण ब्लोटिंग की समस्या का सामना करना पड़ता है.

सेब और नाशपाती- एक्सपर्ट्स के अनुसार, सेब और नाशपाती में पेक्टिन नाम का फाइबर पाया जाता है जो पाचन तंत्र में फर्मेंटेशन और गैस पैदा कर सकता है. इनमें सोर्बिटोल भी होता है, जिससे ब्लोटिंग भी हो सकती है.सोर्बिटोल आड़ू, चेरी और प्लम जैसे फलों में भी मौजूद होता है.

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तरबूज- भले ही तरबूज में पानी की मात्रा काफी ज्यादा होती है लेकिन इसमें फ्रुक्टोज की मात्रा काफी ज्यादा होती है. साथ ही तरबूज  FODMAP कैटेगरी में आता है जो फर्मेंटेशन का कारण बनता है. कुछ लोगों के लिए फ्रुक्टोज को पचाना काफी मुश्किल हो जाता है.

 

 

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